प्रवर्तन निदेशालय ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैकों को धोखाधड़ी करके नुकसान पहुंचाने के एवज में विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी की 9 हजार 371 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति हस्तांतरित, कुर्क और जब्त की है। उन्होंने अपनी कंपनियों के माध्यम से धन का गबन करके बैंकों को कुल 22 हजार 585 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया है।
प्रवर्तन निदेशालय अब तक 18 हजार 170 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क कर चुका है, जिसमें विदेशों में उनकी नौ सो उनहत्तर करोड़ रुपये की संपत्ति शामिल है। कुर्क और जब्त की गई संपत्ति की मात्रा बैंक के कुल नुकसान का 80 दशमलव चार-पांच प्रतिशत है।
प्रवर्तन निदेशालय की जांच से पता चला है कि इन संपत्तियों का ज्यादा हिस्सा इन आरोपियों की फर्जी संस्थाओं, ट्रस्टों, तीसरे व्यक्तियों और रिश्तेदारों के नाम पर था।
कुर्क की गयी 18 हजार 170 करोड़ रुपये की कुल संपत्तियों में से तीन सौ 29 करोड़ रुपये से अधिक को जब्त कर लिया गया है और नौ हजार 41 करोड़ रुपये से अधिक बैंकों को सौंप दिए गए हैं।
तीनों आरोपियों के खिलाफ अभियोग चलाने की शिकायतें दर्ज की गई हैं और ब्रिटेन, एंटीगुआ और बारबुडा को प्रत्यर्पण अनुरोध भेजे गए हैं।
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