रायपुर, 19 सितम्बर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा केंद्रीय कोल मंत्री प्रहलाद जोशी को लिए गए पत्र को लेकर केंद्रीय कोल मंत्रालय ने कोल इंडिया को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ के उद्योगों को होने वाली कोयले की सप्लाई की पूरी जानकारी मांगी है।
प्रदेश के उद्योगों को उम्मीद है कि जल्द ही उसके लिंकेज की समस्या के साथ कोयला संकट का समाधान हो जाएगा। इसके पहले केंद्रीय स्टील मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी देशभर के स्टील उद्योगों की बैठक करके उनकी समस्या के बारे में जाना था। स्टील मंत्रालय भी समस्या के समाधान में लगा हुआ है।
प्रदेश के स्पंज आयरन उद्योगों को भी कोल इंडिया के एसईसीएल से कोयला मिलता है। इनका पांच साल का लिंकेज समाप्त हो गया है। ऐसे में इनको इस साल से कोयला मिलना बंद हो गया है। इसको लेकर भारी संकट की स्थिति है। अगर कोल इंडिया से कोयला नहीं मिला तो उद्योगों में ताले लग जाएंगे। इस समय जिन उद्योगों का मार्च का बैकलॉक कोयला बचा था, वह मिला है।
स्पंज आयरन एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल नचरानी का कहना है, अलग- अलग उद्योगों का अलग अलग लिंकेज रहता है, लेकिन अब सभी का लिकेंज समाप्त हो गया है और किसी के पास भी लिंकेज का कोयला नहीं है। ऐसे में उद्योगों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। इस समय काम विदेशी कोयले से चल रहा है। इसकी कीमत ज्यादा होने से लंबे समय तक इसके भरोसे उद्योग नहीं चल सकते हैं।
उद्योगों ने अपनी समस्या से जहां एक तरफ केंद्रीय मंत्रियों के सामने अपनी समस्या रखी है, वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी अपनी समस्या से अवगत कराया। इसके बाद मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अगस्त में केंद्रीय कोल मंत्री प्रहलाद जोशी को प्रदेश के उद्योगों समाधान करने के लिए पत्र लिखा था।
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