रायपुर, 09 दिसम्बर। भारतीय मजदूर संघ (BMS) से संबद्ध छत्तीसगढ़ बिजली कर्मचारी संघ महासंघ ने पॉवर कंपनी (Chhattisgarh Power Company) में पुरानी पेंशन (OPS) लागू करने, संविदा कर्मियों के नियमितीकरण, चतुर्थ उच्चवेतनमान, तकनीकी कर्मियों को तकनीकी भत्ता, ठेका श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा, पदोन्नति सहित 22 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन का पुनः आगाज कर दिया है।
08 दिसंबर को दुर्ग क्षेत्र में छत्तीसगढ़ बिजली कर्मचारी संघ-महासंघ के प्रांतीय कार्यसमिति की बैठक आयोजित हुई। इसमें कहा गया कि 23 अक्टूबर को पॉवर कंपनी के अध्यक्ष के साथ संपन्न वार्ता में सकारात्मक आश्वासन मिलने के बाद भी कोई आदेश जारी नहीं किया गया। प्रबंधन के इस रवैये को देखते हुए आंदोलन की राह पर जाने का निर्णय लिया गया।
बैठक की अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष बीएस राजपूत ने की। बैठक में अखिल भारतीय मंत्री व विद्युत प्रभारी राधेश्याम जायसवाल एवं राष्ट्रीय पदाधिकारी अरुण देवांगन ने मार्गदर्शन किया। बैठक का संचालन प्रांतीय महामंत्री नवरतन बरेठ ने किया।
महासंघ ने बताया गया कि 13 दिसंबर को बिजली कंपनी के मुख्यालय डंगनिया के समक्ष सभा और प्रदर्शन करते हुए पॉवर कंपनी को अंतिम चेतावनी दी जाएगी और मांगे पूरी नहीं होने की स्थिति में जनवरी से काम बंद हड़ताल की जाएगी।
ये हैं प्रमुख मांगे :
- पुरानी पेंशन लागू करवाना
- संविदा नियमितीकरण
- तकनीकी भत्ता
- चतुर्थ उच्चतर वेतनमान लागू करवाना
- स्टेगनेशन भत्ता
- सभी आईटीआई धारकों टीडी बनाया जाए
- लंबित पदोन्नति सूची जारी की जाए
- ग्रेडेशन लिस्ट की विसंगति दूर की जाए
- संविदा कर्मचारियों का वेतन बढ़ाया जाए
- श्रम सम्मान निधि प्रदान की जाए
- कंप्यूटर भत्ता दिया जाए
- भर्ती प्रक्रिया में बाह्य स्त्रोत के कर्मियों को प्राथमिकता दी जाए