कर्मचारी भविष्य निधि संगठन से जुड़े कर्मियों में इस वर्ष मार्च में 15 लाख 32 हजार की वृद्धि हुई है। यह संख्या इस वर्ष फरवरी में शामिल हुए 12 लाख 85 हजार कर्मचारियों की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक है।
कर्मचारियों के मासिक वेतन के विवरण से पता लगता है कि मार्च 2022 में फरवरी 2022 की तुलना में दो लाख 47 हजार कर्मचारियों की वृद्धि हुई है। आयु की दृष्टि से आंकड़े बताते हैं कि 20 से 25 वर्ष आयुवर्ग के कर्मचारियों की भविष्य निधि के दायरे में आने की सबसे बड़ी संख्या रही है।
मार्च 2022 के दौरान इस आयु वर्ग के 4 लाख 11 हजार लोग कर्मचारी भविष्य निधि में जुड़े। आंकड़ें यह भी बताते हैं कि पहली बार नौकरी पाने वाले लोगों की संगठित क्षेत्र में भारी वृद्धि हुई है।
राज्यवार आंकड़ों से पता लगता है कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा और दिल्ली में सर्वाधिक संख्या में मार्च में कर्मचारी भविष्य निधि से जुड़ने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है।
इन राज्यों में करीब 10 लाख 14 हजार कर्मचारी मार्च के महीने में भविष्य निधि के सदस्य बने। मार्च 2022 महीने में भविष्य निधि संगठन से जुडने वाली महिला कर्मियों की संख्या में 3 लाख 48 हजार की वृद्धि हुई है।
इस महीने में भविष्य निधि संगठन के लाभार्थियों की कुल संख्या में महिला कर्मियों की भागीदारी 22 दशमलव सात प्रतिशत रही। अक्तूबर 2021 से संगठित क्षेत्र में महिला कर्मचारियों की भागीदारी का बढ़ता रूझान दिखाई दे रहा है।
सोशल मीडिया पर अपडेट्स के लिए Facebook (https://www.facebook.com/industrialpunch) एवं Twitter (https://twitter.com/IndustrialPunch) पर Follow करें …