छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज के अधिकारी और कर्मचारियों को इस दिवाली बोनस अनुग्रह राशि से महरूम होना पड़ा है। बताया गया है कि पहली बार ऐसा हुआ कि पॉवर कंपनीज के प्रबंधन ने बोनस प्रदान नहीं किया है। इससे पॉवर कंपनीज और राज्य सरकार के प्रति कर्मचारियों में आक्रोश देखने को मिल रहा है।
इधर, भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्ध छत्तीसगढ़ बिजली कर्मचारी महासंघ ने इस मुद्दे को लेकर मोर्चा खोलने का निर्णय लिया है। महासंघ द्वारा 8 नवम्बर को रायपुर डंगनिया स्थित पॉवर कंपनीज के मुख्यालय के समक्ष आमसभा की जाएगी। महासंघ के प्रतिनिधि मंडल द्वारा पॉवर कंपनीज के अध्यक्ष को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।
महासंघ के महामंत्री हरीश कुमार चौहान ने कंपनी के महाप्रबंधक मानव संसाधन को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि छत्तीसगढ़ बिजली कर्मचारी महासंघ ने पॉवर कंपनीज् में कार्यरत नियमित, बाह्य स्रोत, संविदा अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बोनस/अनुग्रह राशि के साथ ही पारितोषिक स्वरूप कम से कम 10 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि एवं अक्टूबर के वेतन के साथ तीन प्रतिशत महंगाई भत्ता एरिअर्स दीपावली पूर्व प्रदान करने पत्र लिखा था। बावजूद इसके इस पर ध्यान नहीं दिया गया।
श्री चौहान ने कहा कि पॉवर कंपनी के कर्मचरियों ने स्वयं के और अपने परिवार की जान की परवाह किए बिना कोरोना काल में बिजली उत्पादन को सुचारू बनाए रखा। छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह पहला अवसर होगा कि पावर कंपनी के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बिना बोनस/अनुग्रह राशि के दिवाली मनानी पड़ी हो।
सोशल मीडिया पर अपडेट्स के लिए Facebook (https://www.facebook.com/industrialpunch) एवं Twitter (https://twitter.com/IndustrialPunch) पर Follow करें …