कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) (EPFO)ने अपने 5 करोड़ से अधिक ग्राहकों को अपने पीएफ (PF) से पैसे निकालने की मंजूरी दे दी है। बता दें कि कोरोना संकट से जूझ रहे लोगों की आर्थिक मदद के लिए यह फैसला लिया गया है जिसके मुताबिक, पीएफ के सब्सक्राइबर अपनी मदद के मुताबिक जितना चाहे पैसे निकाल सकते है।
यह पैसे 3 महीने की सैलरी जितनी भी हो सकती है जिसे ग्राहक मदद के अनुसार निकाल सकेंगे और इन पैसे को वापस करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। हालांकि विशेषज्ञों के मुताबिक, जब बहुत जरूरत हो तभी पैसे निकालें। उदाहरण के लिए, अगर आपको कर्ज चुकाना है या अपने क्रेडिट स्कोर को बनाए रखना है, इमरजेंसी के समय ही इन पैसे को निकाले।
गौरतलब है कि पिछले साल भी तेजी से फैलते कोरोना महामारी को देखते हुए ईपीएफओ ने अपने सब्सक्राइबर को पैसे निकालने की मंजूरी दी थी। पिछले साल के मुताबिक, ग्राहकों को तीन महीने के लिए मूल वेतन और महंगाई भत्ते से अधिक राशि या ईपीएफ खाते में किसी सदस्य के क्रेडिट के लिए 75% तक, जो भी कम हो, निकालने की अनुमति देने के लिए एक ऑनलाइन सुविधा की घोषणा की थी। पिछले साल को देखते हुए इस साल भी ईपीएफओ ने इसकी मंजूरी दे दी है। 31 मई 2021 तक ईपीएफओ ने 76.31 लाख कोरोना एडवांस क्लेमस को निपटा दिया है और 18698.15 करोड़ सब्सक्राइबर्स के बैंक खाते में डाले हैं।
आपको कब अपने ईपीएफ में से पैसे निकालने चाहिए?
बता दें कि ईपीएफ आपको बैंक एफडी या छोटे बचत साधनों की तुलना में अधिक ब्याज दर अर्जित करता है, और 2020-21 में सदस्यों को दी जाने वाली ब्याज दर 8.5% थी। बता दें कि आमतौर पर लोग अपने पीएफ के पैसे घर खरीदने, बच्चों की शिक्षा या उनकी शादी जैसे महत्वपूर्ण समय पर ही निकालते है, हालांकि, पिछले 15 महीने कई लोगों के लिए आर्थिक रूप से बहुत चुनौतीपूर्ण रहे हैं। कोरोना संकट में कई लोगों ने अपनो को खो दिया है , इन परिस्थितियों में न केवल बहुत से मामलों में लोगों की सेविंग समाप्त हुई है, बल्कि कई को पर्सनल लोन या उधार लिए जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। ऐसे में किसी को भी अपने ईपीएफ खाते से पैसे निकालने में संकोच नहीं करना चाहिए।
- जब मेडिकल एक्सपेंसेज की जरूरत आ पड़ी हो तभी पीएफ से पैसे निकाले या किसी महत्वपूर्ण सिथ्ति में ही इनको निकालें जैसे अगर आप पर्सनल लोन का अधिक ब्याज नहीं चुका सकते है तभी अपने ईपीएफ खाते से पैसे निकाले। ऐसे समय पर अपने उपर और कर्ज का बोझ न बनाए क्योंकि अगर आपकी आय ही नहीं हो रही हो तो आप कर्ज कैसे चुका पाएगें।
- पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट्स का मानना है कि ईपीएफ खाते से पैसे निकालने के लिए एक डिफॉल्ट ऑप्शन नहीं बनाना चाहिए। इस खाते से पैसे तभी निकाले जब आपके पास अन्य कोई ऑप्शन नहीं बच पा रहा हो। प्लान अहेड वेल्थ एडवाइजर्स के फाउंडर्स और सीईओ विशाल धवन ने अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्प्रेस में छपी खबर को सूझाव देते हुए बताया कि, अगर एफडी, डेट म्यूचुअल फंड्स या अन्य प्रकार की छोटी बचत योजनाओं से पैसे की जरूरतें नहीं पूरी हुई हैं तो ही ईपीएफ खाते से निकासी करनी चाहिए।
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