नई दिल्ली, 13 जून। ट्विटर (Twitter) के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी (Jack Dorsey) ने दावा किया है कि भारत सरकार की तरफ से उन पर दबाव बनाया गया और देश में ट्विटर को बंद करने तथा कर्मचारियों के घरों पर छापेमारी की भी धमकी मिली।
डॉर्सी ने कहा कि धमकियां तब मिलनी शुरू हुई, जब ट्विटर ने 2021 की शुरुआत में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान अकाउंट्स को ब्लॉक करने की सरकार की मांगों को मानने से इनकार कर दिया था।
इधर, ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डॉर्सी के बयान को लेकर कांग्रेस (Congress) महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक ट्वीट में कहा, मोदी सरकार ने किसानों और किसान आंदोलन के दौरान अकाउंट्स को बंद करने के लिए ट्विटर को मजबूर किया, सरकार या ट्विटर की आलोचना करने वाले पत्रकारों के अकाउंट को बंद करने का दवाब बनाया और कंपनी के कर्मचारियों के घरों पर छापेमारी की धमकी दी। यह बात ट्विटर के सह संस्थापक और पूर्व सीईओ जैक डॉर्सी ने एक टीवी इंटरव्यू में मानी है। क्या, जवाब देगी मोदी सरकार?
भाजपा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डॉर्सी के दावों को पूरी तरह से झूठ बताते हुए आरोप लगाया है कि डोर्सी भारत के खिलाफ विदेशी ताकतों को ट्विटर का मंच इस्तेमाल करने दे रहे थे जिससे भारत की सुरक्षा को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया था।
ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डॉर्सी के किसान आंदोलन के दौरान केंद्र का विरोध करने वाले अकाउंट को बंद करने के लिए सरकार द्वारा ’दबाव’ बनाने के दावे की सरकार ने आलोचना की है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि यह ट्विटर के इतिहास के उस बहुत ही संदिग्ध दौर को मिटाने का प्रयास है।