नई दिल्ली। सरकार अगले फिस्कल ईयर की पहली छमाही में सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया (Air India) की पूरी हिस्सेदारी बेच सकती है। डिपार्टमेंट ऑफ इनवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (DIPAM) के सेक्रेटरी तुहिन कांत पांडे ने शुक्रवार को बताया कि सरकार फिस्कल ईयर 2020-2021 की पहली छमाही में एयर इंडिया की पूरी हिस्सेदारी बेच देगी।
फाइनेंशियल सेक्टर के एक्सपर्ट्स के साथ बजट पर चर्चा करते हुए पांडे ने बताया कि विनिवेश की रणनीति का फोकस अब माइनॉरिटी स्टेक पर फोकस नहीं रह गया है। सरकार अब कंपनियों में रणनीतिक हिस्सेदारी बेचना चाहती है। इससे अगले फिस्कल ईयर में प्राइवेटाइजेशन बढ़ेगा।
नवंबर 2019 में सरकार ने फैसला किया था कि वह BPCL, CONCOR और शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया में बड़ी हिस्सेदारी बेचेगी। पांडे ने कहा, “मेरा मानना है कि सरकार का फोकस शिफ्ट हो चुका है। यहां तक कि एयर इंडिया के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट भी सार्वजनिक हो चुका है। हमारा इरादा है कि ” फिस्कल ईयर 2020-21 की पहली छमाही में पूरा करने का है।”
पिछले महीने सरकार ने मेमोरैंडम जारी करके बताया था कि वह एयर इंडिया में 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचना चाहती है।