कर्ज में और कमी लाने के लिए जीएमआर इन्फ्रास्ट्रक्चर इंडोनेशिया में अपने कोयला खदान की 30 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 40 करोड़ डॉलर तक जुटाने की योजना बना रही है। बैंकरों ने कहा कि पीटी जीईएमएस कोयला खदान की हिस्सेदारी (जिसे हाल में इंडोनेशिया के स्टॉक एक्सचेंज में फिर से सूचीबद्ध कराया गया है) की बिक्री मौजूदा बाजार भाव से कम से कम 10 फीसदी छूट पर की जाएगी।
बिजनेस स्टैंडर्ड की खरब के अनुसार हिस्सेदारी बिक्री से जीएमआर का शुद्ध कर्ज 1,800 करोड़ रुपये पर आ सकता है जबकि वित्त वर्ष 2020 में कंपनी का एबिटा 3,000 करोड़ रुपये रहा है। वित्त वर्ष 2021 में जीएमआर का एकीकृत कर्ज 32,395 करोड़ रुपये रहा जबकि राजस्व 5,199 करोड़ रुपये। कंपनी ने 3,428 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया।
जीएमआर ने पीटी जीईएमएस की 30 फीसदी हिस्सेदारी मार्च, 2018 में 55 करोड़ डॉलर में खरीदी थी। लेकिन जल्द ही कंपनी को बढ़ते कर्ज की समस्या का सामना करना पड़ा क्योंकि नकदी प्रवाह करीब-करीब बंद होना शुरू हो गया। तब समूह ने अपना कर्ज घटाने के लिए विभिन्न परियोजनाओं की हिस्सेदारी बेचनी शुरू कर दी। जीएमआर ने पिछले साल मार्च में अपने एयरपोर्ट बिजनेस की 50 फीसदी हिस्सेदारी फ्रांस की एयरपोर्ट फर्म ग्रुपे एडीपी को 10,700 करोड़ रुपये में बेची थी।
इसके अलावा पिछले साल सितंबर में जीएमआर ने कांकीनाड़ा एसईजेड की 51 फीसदी हिसस्सेदारी अरविंदो रियल्टी को 2,610 करोड़ रुपये में बेचने की घोषणा की थी।
बैंकरों ने कहा कि कंपनी का संबंधित कर्ज और नीचे लाया जाएगा जब अपनी परियोजनाओं के लिए उसे राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से दावा हासिल हो जाएगा। विदेशी बॉन्ड को इक्विटी में तब्दील करने और कांकीनाड़ा हिस्सा बिक्री की बाकी रकम मिलने के बाद कर्ज में और कमी आएगी। समूह ने इसके अलावा कर्ज घटाने के लिए बिजली परियोजनाओं की हिस्सेदारी भी बेची।
इसे भी पढ़ें: महंगाई भत्ता बहाली के बाद केंद्रीय कर्मचारियों की कितनी बढ़ेगी सैलरी?, इस तरह करें गणना
इस बारे में जानकारी के लिए जीएमआर इन्फ्रास्ट्रक्चर को भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं मिला। जीएमआर इन्फ्रा का शेयर मंगलवार को करीब 5 फीसदी की बढ़त के साथ 32.50 रुपये पर बंद हुआ।
सोशल मीडिया पर अपडेट्स के लिए Facebook (https://www.facebook.com/industrialpunch) एवं Twitter (https://twitter.com/IndustrialPunch) पर Follow करें …