सरकारी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म GeM पर सरकार के साथ कर पाएंगे बिजनेस, घर बैठे मिलेंगे खरीदार

बुनकरों और कारीगरों को बाजार तक बेहतर पहुंच प्रदान करने के एक प्रयास के तहत उन्हें जीईएम (गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस) पोर्टल से जोड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया गया है ताकि वे अपने उत्पादों को सीधे सरकारी विभागों को बेच सकें।

जरा सोचिये अगर आप भी सरकार के साथ बिजनेस कर पाएं तो? जी हां, केंद्र सरकार ने सभी सरकारी विभागों को गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (GeM) से जोड़ा हुआ है। जिसके माध्यम से सरकारी विभाग अपने उपयोग के लिए वस्तुओं और सेवाओं को ई पोर्टल GeM के जरिए खरीदते हैं, यानि सभी तरह की खरीदारी ऑनलाइन होती है।

बुनकरों और कारीगरों को बाजार तक बेहतर पहुंच प्रदान करने के एक प्रयास के तहत उन्हें जीईएम (गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस) पोर्टल से जोड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया गया है ताकि वे अपने उत्पादों को सीधे सरकारी विभागों को बेच सकें। इससे हथकरघा और हस्तशिल्प में काम करने वाले कारीगरों, बुनकरों, सूक्ष्म उद्यमियों, महिलाओं, आदिवासी उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों जैसे उन विक्रेता समूहों की भागीदारी बढ़ेगी, जिन्हें सरकारी बाजारों तक पहुंचने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

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तो चलिए जानते हैं कि आखिर कैसे आप भी इस पोर्टल के माध्यम से जुड़कर सरकार के साथ बिजनेस कर सकते हैं-

क्या है GeM?

दरअसल, ई-पोर्टल जीईएम या गवर्नमेंट ई-मार्केट एक ऑनलाइन बाजार है, जिससे कोई भी अपने घर में रहकर भी, GeM के माध्यम से सरकार के साथ बिजनेस कर सकते हैं। रजिस्‍ट्रेशन के बाद लाभार्थी सरकारी विभागों की डिमांड के हिसाब से सप्‍लाई करते हैं, जैसा किसी भी बाजार में होता है। ऐसा करने के लिए पहले मैन्‍युफैक्चरर्स से संपर्क करना होता है और फिर डिमांड आने पर वहां से सामान को आगे सप्‍लाई किया जाता है।

कौन कर सकता है बिक्री?

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर इसमें बिक्री कौन कर सकता है? असल में कोई भी विक्रेता जो उत्‍पादन कर रहा है कर उपयुक्‍त एवं प्रमाणित उत्‍पाद बेच रहा है तो वह अपना उत्पाद बेच सकता है। मान लीजिये, आप कोई प्रिंटर बेच रहे हैं तो आप GeM पर जाकर रजिस्‍ट्रेशन करवाएंगे और फिर अगर भारत सरकार का कोई डिपार्टमेंट प्रिंटर खरीदने के लिए टेंडर निकालता है तो आपको इसकी जानकारी दी जाएगी और आप इस टेंडर के लिए बोली लगा सकते हैं।

कैसे कराएं रजिस्ट्रेशन?

-जीईएम पर रजिस्ट्रेशन कराने के लिए सबसे पहले GeM की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर यूजर आईडी और पासवर्ड बनाना होगा

-इसके बाद, यूजर आईडी बनाने के लिए आपको अपना आधार या पैन कार्ड, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी की डालनी होगी

-यूजर आईडी बनाने के बाद जीईएम पर लॉगिन करके अपने प्रोफाइल पर कार्यालय का पता, बैंक खाता, अनुभव आदि विवरण दर्ज करें

-विवरण के बाद डैशबोर्ड के कैटलॉग ऑप्शन में जाकर उत्पाद या सेवा चुने, जिन उत्पाद और सेवाओं को आप बेचना चाहते हैं

-रजिस्ट्रेशन करने के लिए अन्य जानकारी आधिकारिक वेबसाइट www.gem.gov.in पर जाकर ले सकते हैं

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कौन से डाक्यूमेंट्स होंगे जरूरी?

बता दें, GeM पर रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदक के पास पैन कार्ड, उद्योग आधार या एमसीए 21 पंजीकरण, वैट/टिन नंबर, बैंक खाता और केवाईसी दस्तावेज जैसे पहचान पत्र, आवास प्रमाण और कैंसिल चेक होना चाहिए। रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद सरकार की किसी भी खरीद के टेंडर की जानकारी सेलर्स को एसएमएस और ई मेल के माध्यम से दी जाएगी। इससे आप सरकारी कंपनियों में अपनी सर्विस भी दे सकते हैं।

1.49 लाख से अधिक बुनकर हुए रजिस्टर्ड

GeM पोर्टल पर 30 अगस्त, 2021 तक 28,374 कारीगरों और 1.49 लाख से अधिक बुनकरों का पंजीकरण हो चुका है। हथकरघा उत्पादों के लिए 28 विशिष्ट उत्पाद श्रेणियां और 170 कस्टम उत्पाद श्रेणियां बनाई गईं हैं। इस पहल का उद्देश्य लगभग 35.22 लाख हथकरघा और 27 लाख हस्तशिल्प कारीगरों को बाजार तक सीधी पहुंच के अवसर प्रदान करना है, जिससे बिचौलियों की व्यवस्था भी समाप्त हो जाएगी।

इस कदम से जहां एक ओर सरकारी खरीदारों के पास हथकरघा और हस्तशिल्प उत्पादों को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी, वहीं दूसरी ओर आत्मनिर्भर भारत का निर्माण सुनिश्चित करने की दिशा में वोकल फोर लोकल और मेक इन इंडिया की भावना भी सुदृढ़ होगी।

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