नई दिल्ली, 21 फरवरी। बिजली मंत्रालय ने आयातित कोयले पर आधारित संयंत्रों को विद्युत उत्पादन बढ़ाने का आदेश दिया है। बताया गया है कि भारतीय कोयले से चलने वाले संयंत्र इन संयंत्रों के मुकाबले सस्ती बिजली बनाते हैं, इसलिए इन संयंत्रों ने अपना उत्पादन घटा दिया था।
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भारत के कई बिजली संयंत्र जो आयातित कोयले का उपयोग करते हैं, जिनमें पश्चिमी राज्य गुजरात में अडानी पावर और टाटा पावर के स्वामित्व वाले संयंत्र शामिल हैं। इन संयंत्रों द्वारा पूरी क्षमता से बिजली उत्पादन नहीं किया जा रहा है।
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सभी आयातित कोयला आधारित बिजली संयंत्रों को भेजे गए नोटिस में मंत्रालय ने कहा है कि वह उम्मीद करता है कि वे पूरी क्षमता से काम करेंगे और एक्सचेंजों पर खरीदारों को बिजली बेचेंगे। भारत के आयातित कोयला संयंत्रों की कुल क्षमता 17 गीगावाट है।