नई दिल्ली, 05 अगस्त। राज्यसभा सदस्य ईरण्ण कडाडी ने कोयला मंत्री से संसद में सवाल किया, क्या कोयला क्षेत्र में वर्ष 2024- 25 तक पांच ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था प्राप्त करने में उल्लेखनीय योगदान देने की पर्याप्त क्षमता है।
इस सवाल का कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी (Coal Minister G Kishan Reddy) ने यह लिखित जवाब प्रस्तुत किया, कोयला ऊर्जा का आसानी से उपलब्ध और सबसे सस्ता स्रोत है तथा वर्तमान में भारत के लिए ऊर्जा स्त्रोत की 50 प्रतिशत से अधिक की भागीदारी करता है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा प्रकाशित आठ मुख्य उद्योगों के सूचकांक में, कोयला क्षेत्र ने वर्ष दर वर्ष आधार पर जून, 2024 महीने के लिए 14.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। 01-04-2023 की स्थिति के अनुसार, भारत के पास 199.90 बिलियन टन प्रमाणित कोयला भंडार था। चालू वर्ष अर्थात 2024- 25 के लिए, कुल घरेलू कोयला उत्पादन लक्ष्य 1080 मिलियन टन () निर्धारित किया गया है। आर्थिक विकास के कारण कोयले की मांग में संभावित वृद्धि को देखते हुए, घरेलू कोयला उत्पादन वर्ष 2025- 26 में बढ़कर 1193.39 मिलियन टन होने का प्रस्ताव है, जो आगे वर्ष 2026- 27 में लगभग 10 प्रतिशत तक और वर्ष 2029-30 तक लगभग 1533 मिलियन टन बढ़ने की संभावना है।