संसद का बजट सत्र आज (सोमवार) से शुरू हो रहा है। संसद सत्र शुरू होने से पहले परम्परागत रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, आज सावन का पहला सोमवार है। इस पवित्र दिवस पर एक महत्वपूर्ण सत्र का प्रारंभ हो रहा है और सावन के इस पहले सोमवार को मैं देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।
आज पूरे देश की नजर इस सत्र पर
पीएम ने आगे कहा, आज संसद का मानसून सत्र का आरंभ हो रहा है। देश बहुत बारीकी से देख रहा है कि संसद का यह स्तर सकारात्मक हो, सृजनात्मक हो और देशवासियों के सपने को सिद्ध करने के लिए एक मजबूत नींव रखने वाला हो।
भारत के लोकतंत्र की अत्यंत गरिमापूर्ण घटना के रूप में देश इसे देख रहा है
उन्होंने यह भी कहा कि भारत के लोकतंत्र की जो गौरव यात्रा है उसमें यह एक महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में मैं देख रहा हूं। व्यक्तिगत रूप से ये मेरे लिए भी और हमारे सभी साथियों के लिए भी ये अत्यंत गर्व का विषय है कि करीब 60 साल के बाद कोई सरकार तीसरी बार वापस आए और तीसरी पारी का पहला बजट रखने का सौभाग्य प्राप्त हो। भारत के लोकतंत्र की अत्यंत गरिमापूर्ण घटना के रूप में देश इसे देख रहा है।
यह बजट हमारे पांच साल के कार्यों की दिशा तय करेगा
पीएम ने कहा, ये बजट सत्र है, मैं देशवासियों को जो गारंटी देता रहा हूं, क्रमश: रूप से उन गारंटियों को जमीन पर उतारना इस लक्ष्य को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। यह बजट अमृत काल का एक महत्वपूर्ण बजट है। हमें पांच साल का जो अवसर मिला है, आज का बजट हमारे उन पांच साल के कार्यों की दिशा भी तय करेगा और यह बजट 2047 जब आजादी के 100 साल होंगे तब विकसित भारत का जो हमारा सपना है, उस सपने को पूरा करने की मजबूत नींव वाला बजट लेकर के हम कल देश के सामने आएंगे।
भारत बड़ी इकोनॉमी वाले देशों में सबसे तेज गति से बढ़ने वाला देश
पीएम मोदी ने कहा, हर देशवासी के लिए ये गर्व की बात है कि भारत बड़ी इकोनॉमी वाले देशों में सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाला देश है। गत तीन वर्षों में लगातार 8% ग्रोथ के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं।
ये अपने आप में भारत की विकास यात्रा का एक अहम पड़ाव
पीएम ने कहा, आज भारत में पॉजिटिव आउटलुक, इंवेस्टमेंट और परफॉर्मेंस एक प्रकार से ऑपरच्यूनिटी की पीक पर है, ये अपने आप में भारत की विकास यात्रा का एक अहम पड़ाव है।
पीएम ने कहा, मैं देश के सभी सांसदों से किसी भी दल के क्यों न हो, आग्रह पूर्वक कहना चाहता हूं, गत जनवरी से लेकर के हम लोगों के पास जितना सामर्थ्य था, उस सामर्थ्य को लेकर जितनी लड़ाई लड़नी थी, लड़ ली, जनता को जो बात बतानी थी, बता दी, किसी ने राह दिखाने का प्रयास किया, किसी ने गुमराह करने का प्रयास किया लेकिन अब वो दौर समाप्त हुआ, देशवासियों ने अपना निर्णय दे दिया।
पीएम ने सभी सांसदों से की अपील, कहा-आने वाले 5 साल सिर्फ देश के लिए लड़ें
उन्होंने आगे जोड़ते हुए कहा, अब चुने हुए सभी सांसदों का कर्तव्य है, सभी राजनीतिक दलों की विशेष जिम्मेवारी है कि हमने दल के लिए जितनी लड़ाई लड़नी थी लड़ ली, अब आने वाले पांच वर्षों के लिए हमें देश के लिए लड़ना है, देश के लिए जूझना है, एक और नेक बनकर जूझना है। इन्हीं शब्दों के साथ पीएम मोदी सभी राजनीतिक दलों से आह्वान करते हुए कहा, हम आने वाले चार-साढ़े चार साल दल से ऊपर उठकर सिर्फ और सिर्फ देश के लिए समर्पित होकर संसद के इस गरिमापूर्ण मंच का उपयोग करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों से यह अपील भी की है कि वह अब चुनावी राजनीति से ऊपर उठकर जनता के हित में रचनात्मक भूमिका निभाए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आने वाले साढ़े चार साल देश को समर्पित होकर संसद का उपयोग करें। जनवरी 2029 में जब चुनाव का वर्ष होगा तब फिर जाइये मैदान में। उन छह महीनों में जो राजनीतिक खेल खेलना है, खेल लीजिए। लेकिन तब तक सिर्फ देश, गरीब, किसान, युवा और महिलाओं के लिए जनभागीदारी का जनआंदोलन खड़ा करें।
प्रधानमंत्री ने सभी दलों से अपील की है कि जो सांसद पहली बार सदन में आए हैं, उन्हें बोलने का मौका दीजिए। देशवासियों ने हमें संसद में देश के लिए भेजा है, दल के लिए नहीं। मैं उम्मीद करता हूं कि सभी सांसद चर्चा को समृद्ध करेंगे। देश को प्रगति की विचारधारा की जरूरत है । मैं आशा करता हूं कि सभी दल और उसके सांसद लोकतंत्र के इस मंदिर का देशवासियों की आशाओं को पूरा करने के लिए उपयोग करेंगे।