नई दिल्ली, 21 जनवरी। कोल सेक्टर के ट्रेड यूनियन (trade union of coal sector) केन्द्र की मोदी सरकार के विरूद्ध लामबंद हो रहे हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में 22 जनवरी को दोपहर 3.30 बजे वर्चुअल बैठक रखी गई है।
इस वर्चुअल बैठक में एचएमएस, इंटक, सीटू और एटक के कोल फेडरेशन से 10- 10 नेता जुड़ेंगे। बताया गया है कि केन्द्र सरकार द्वारा कोयला उद्योग को निजीकरण के रास्ते पर ले जाने को लेकर बैठक में चर्चा के लिए बड़ा मुद्दा होगा। कोयला खदानों का संचालन एमडीओ और रेवन्यू शेयरिंग के जरिए किए जाने का विरोध किया जाएगा।
बैठक में सार्वजनिक क्षेत्र के विनिवेश तथा मोदी सरकार की मजदूर और उद्योग विरोधी नीति को लेकर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी। इस बैठक में भारतीय मजदूर संघ के प्रतिनिधि नहीं जुड़ेंगे।