भारत-नेपाल ने आज छह सहमति ज्ञापनों और समझौतों का आदान-प्रदान किया और हस्ताक्षर किए। इनमें भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद और लुम्बिनी बौद्ध विश्वविद्यालय के बीच विश्वविद्यालय में बौद्ध अध्ययन के लिए डॉक्टर अम्बेडकर पीठ तथा काठमांडु विश्वविद्यालय में भारत अध्ययन पीठ स्थापित करना भी शामिल है।
काठमांडु विश्वविद्यालय और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के बीच सहमति के अनुसार संयुक्त रूप से एक स्नातकोत्तर उपाधि शुरू करने के समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए। एसजेवीएन लिमिटेड और नेपाल विद्युत प्राधिकरण के बीच अरुण चतुर्थ परियोजना के विकास और क्रियान्वयन से संबंधित एक समझौते पर भी हस्ताक्षर हुए।
ये हस्ताक्षर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के बीच लुम्बिनी में हुई द्विपक्षीय वार्ता के बाद की गई।
समझौता ज्ञापन का नाम
- भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) और लुंबिनी बौद्ध विश्वविद्यालय के बीच बौद्ध अध्ययन के लिए डॉ. अम्बेडकर चेयर की स्थापना पर समझौता ज्ञापन
2. भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) और सीएनएएस, त्रिभुवन विश्वविद्यालय के बीच भारतीय अध्ययन के आईसीसीआर चेयर की स्थापना पर समझौता ज्ञापन
3. भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) और काठमांडू विश्वविद्यालय (केयू) के बीच भारतीय अध्ययन के आईसीसीआर चेयर की स्थापना पर समझौता ज्ञापन
4. काठमांडू विश्वविद्यालय (केयू), नेपाल और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटी-एम), भारत के बीच सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन
5. काठमांडू विश्वविद्यालय (केयू), नेपाल और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटीएम), भारत के बीच समझौता पत्र (एलओए) [स्नातकोत्तर (मास्टर) स्तर पर संयुक्त डिग्री कार्यक्रम के लिए]
6. अरुण 4 परियोजना के विकास और कार्यान्वयन के लिए एसजेवीएन लिमिटेड और नेपाल विद्युत प्राधिकरण (एनईए) के बीच समझौता
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