भारत का चीन के साथ कारोबार घाटा वर्ष 2020-21 के दौरान इससे पिछले वर्ष की तुलना में घटकर 44 अरब दो करोड़ डॉलर पर आ गया।
इससे पहले वर्ष 2018-19 के दौरान कारोबार घाटा 53 अरब 57 करोड़ डॉलर दर्ज हुआ था।
इसे भी पढ़ें : कराधान कानून (संशोधन) विधेयक और केंद्रीय विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक लोकसभा में पारित
वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने राज्यसभा में एक लिखित प्रश्न के जवाब में यह जानकारी दी।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने एक अन्य प्रश्न के जवाब में कहा कि भारत पिछले वर्ष नवम्बर महीने में 15 देशों के बीच हुए क्षेत्रीय समग्र आर्थिक भागीदारी-आरसीईपी कारोबार समझौते में सम्मिलित नहीं हुआ है।
सोशल मीडिया पर अपडेट्स के लिए Facebook (https://www.facebook.com/industrialpunch) एवं Twitter (https://twitter.com/IndustrialPunch) पर Follow करें …