कच्चे तेल के मूल्यों में तीव्र वृद्धि के बावजूद खाद्य मूल्य कम होने के बल पर थोक मूल्यों पर आधारित मुद्रास्फीति की दर सितम्बर में कम होकर 10.66 प्रतिशत पर आ गई। ये लगातार छठा महीना है जब थोक मूल्य सूचकांक दहाई के आंकड़े में रहा है। अगस्त में ये आंकड़ा 11.39 प्रतिशत रहा था।
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अपने वक्तव्य में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने कहा कि प्रमुख रुप से पिछले वर्ष के इसी महीने के मुकाबले खनिज तेल, मूल धातु, गैर खाद्य वस्तुओं, खाद्य उत्पादों, कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस, रसायन और रसायनिक उत्पाद इत्यादि के मूल्य बढ़ने के कारण सितम्बर 2021 में मुद्रास्फीति की दर उच्च स्तर पर रही है।
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खाद्य वस्तुओं में मुद्रास्फीति लगातार पांचवे महीने कम हुई। अगस्त में शून्य से 1.29 प्रतिशत नीचे रहने के बाद सितंबर में ये आंकड़ा और गिरकर शून्य से 4.69 प्रतिशत नीचे आ गया। दालों के मूल्य हालांकि 9.49 प्रतिशत की तीव्र दर से बढ़े।
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