थोक मूल्य पर आधारित मुद्रास्फीति इस वर्ष मई में बढ़कर 12 दशमलव नौ चार प्रतिशत की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई। इस वर्ष मई में कच्चे तेल और विनिर्मित वस्तुओं की कीमतें बढ़ने से थोक मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी दर्ज हुई। कोविड महामारी के कारण स्थानीय स्तर पर पाबंदियां लगाये जाने से आपूर्ति बाधित होने से भी थोक मूल्य बढ़े।
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इस वर्ष मई में ईंधन और ऊर्जा मंहगाई दर में 37 दशमलव छह प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। वहीं दूसरी तरफ विनिर्मित उत्पाद दस दशमलव आठ प्रतिशत मंहगे हुए। प्राथमिक वस्तुओं की कीमतों में नौ दशमलव छह प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई।
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थोक मूल्य पर आधारित मुद्रास्फीति में लगातार पांचवें महीने बढ़ोतरी हुई है। इस वर्ष अप्रैल में थोक मुद्रास्फीति दस दशमलव चार नौ प्रतिशत थी।
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