बिलासपुर, 12 मई : शुक्रवार को एसईसीएल (SECL) मुख्यालय स्थित इंदिरा विहार स्थिति औषद्यालय में प्रमुख चिकित्सा सेवाएं डॉ. प्रतिभा पाठक के मुख्य आतिथ्य, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसडी मिश्रा एवं वसंत विहार डिस्पेंसरी की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉण् विजयलक्ष्मी धान, डॉ. अरिहंत जैन, डॉ. संजीवनी पाणीग्रही, डॉ. वीएन सिंह, डॉ. पारूली साहू, डॉ. के सूत्रधार, डा. अलका उषा रानी के विशिष्ट आतिथ्य में ’’अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग डे’’ मनाया गया।
इस अवसर पर प्रारंभ में मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्जवलन किया गया एवं केक कटिंग सेरेमनी कर नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेन्स नाइटिंगेल के जन्म दिन को स्मरण किया गया।
अपने सम्बोधन में प्रमुख चिकित्सा सेवाएं डॉ. प्रतिभा पाठक ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पूरी दुनिया में अस्पतालों और प्राइवेट चेंबर्स में काम करने वाली नर्सों के योगदान का सम्मान करने के लिए एक खास दिन है। हर साल इसे 12 मई को फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जयंती पर मनाया जाता है। इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सेस (आईसीएन) की तरफ से इस खास दिन को चुना गया था और 1974 से आधिकारिक रूप से इसे मनाया जा रहा है। फ्लोरेन्स नाइटिंगेलएक ब्रिटिश नर्स और समाज सुधारक थीं, जिन्होंने हेल्थ के क्षेत्र में सुधार के लिए अपनी जिंदगी समर्पित कर दी।
उन्होंने कहा इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्स ने इस साल 2023 के लिए अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस 2023 की थीम अवर नर्सेस, अवर फ्यूचर यानी हमारी नर्सें, हमारा भविष्य रखी है, इस थीम के जरिए यह संदेश देने की कोशिश की जाएगी कि वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करने और वैश्विक स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए आईसीएन भविष्य में नर्सिंग के लिए क्या चाहता है। उन्होंने कहा अस्पतालों में मरीज का इलाज भले ही डाक्टर करते हैं, लेकिन उनकी देखभाल की जिम्मेदारी नर्सेस पर होती है। कोरोना महामारी के समय में दुनिया भर में नर्सेस ने सराहनीय काम किया था, अपनी जान की परवाह किए बिना अपनों से दूर होकर नर्सों ने महामारी से पीड़ित मरीजों की सेवा की थी। मेडिकल फील्ड में नर्सेस के इस अहमियत पर जोर देने और उनका आभार जताने के लिए इस खास दिन को मनाया जाता है।
डॉ एसडी मिश्रा ने कहा कि नर्सेस चिकित्सा क्षेत्र में जिस समर्पण से कार्य करती हैं वह अतुलनीय है। बिना नर्स स्टाफ के सहयोग के चिकित्सा सेवा का कार्य कर पाना संभव नहीं है।
डॉ. वीएन सिंह ने कहा नर्सिंग दुनिया भर में स्वास्थ्य रखरखाव से संबंधित सबसे बड़ा पेशा है। लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर रखने में नर्सों का बड़ा योगदान होता है।
डॉ. अरिहंत जैन ने कहा नर्सेस मरीजों को मनोवैज्ञानिक, सामाजिक और चिकित्सीय तौर पर फिट होने में मदद करती हैं। इस दिन को मनाकर नर्सों के योगदान को रेखांकित किया जाता है जिससे सम्पूर्ण समाज नर्सों के महत्व से अवगत होता है। नर्सों को समाज में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है।
इस अवसर पर, विनीता मसीह, अरूणा मसीह, जेस्सी डेनियल, सुनीता सेमुएल, सरीना एबिन, शैलजा दाभाड़े, इंदिरा विहार व वसंत विहार डिस्पेंसरी का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।