नागपुर। इंटक से सम्बद्ध राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी एसक्यू जामा ने कहा कि CIL को 2020- 21 में अधिक मुनाफा होने के बावजूद कोयला कामगारों के लिए कम बोनस निर्धारित किया गया है। 75 हजार रुपए से अधिक की राशि निश्चित की जानी चाहिए थी।
श्री जामा ने कहा कि मानकीकरण कमेटी के सदस्यों को 72,500 पर समझौता नहीं करना था। 75 हजार से ज्यादा की रकम के लिए बैठक में शामिल चारों यूनियन के नेताओं को अड़ना चाहिए था।
श्री जामा ने कहा कि Production Link Reward Scheme पुरानी हो चुकी है। अब Productivity Link Reward Scheme बनाने और इसे लागू करने की आवश्यकता है।
इंटक नेता ने ठेका श्रमिकों के बोनस का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कोल इंडिया प्रबंधन और मानकीकरण समिति ठेका श्रमिकों के साथ धोखा करते आ रही है। ठेका मजदूरों को कानूनी रूप से बोनस देने का आदेश निरर्थक है, क्योंकि इसका पालन नहीं होता है।