नई दिल्ली (IP News). इंटक के दो बड़े गुटों के एकीकरण के लिए पहल शुरू हुई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार देर शाम को डा. जी संजीवा रेड्डी व दूसरे गुट के नेता चंद्रशेखर उर्फ ददई दुबे की मौजूदगी में अपने आवास पर बैठक की।
इस बैठक में मध्य प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, विधायक अनूप सिंह सहित दोनों गुट के अन्य नेता भी उपस्थित थे।
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श्री खड़गे ने दोनों गुट के नेताओं को सुना। दोनों गुट के नेताओं ने कुछ दस्तावेज भी प्रस्तुत किए। बताया गया है कि इंटक के दोनों गुटों से एकजुट होने कहा गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने दोनों गुटों को अनावश्यक बयानबाजी से बचने की सलाह भी दी गई है।
बताया गया है कि दोनों गुट एकीकरण को लेकर तैयार हैं, लेकिन कुछ शर्तों के साथ। एकीकरण कैसे होगा, इसके लिए फार्मूला तैयार किया जाएगा। इस माह दोनों गुट के नेताओं के साथ एक और बैठक होगी।
यहां बताना होगा कि दोनों गुट अपने को असली इंटक होने का दावा करते हैं। इसके लिए अदालत का भी दरवाजा खटखटाया जा चुका है। हालांकि कांग्रेस द्वारा अधिकारिक तौर पर इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर डा. जी संजीवा रेड्डी को मान्यता दी गई है। इंटक का एक तीसरा गुट केके तिवारी के नेतृत्व में सक्रिय हैं।
इस बैठक में तिवारी गुट को नहीं बुलाया गया था। आपसी लड़ाई की वजह से कोल सेक्टर सहित अन्य उपक्रमों और कई सरकारी समितियों से इंटक बाहर है।
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इधर, बताया गया है कि कांग्रेस ने दोनों गुटों को एकजुट करने की पहल उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा 2024 में लोकसभा चुनाव को देखते हुए की गई है।
इंटक की गुटबाजी की वजह से भी कई राज्यों में कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ा है। पहले भी दोनों का एकजुट करने का प्रयास हो चुका है, लेकिन अंह की लड़ाई से बात आगे नहीं बढ़ सकी।
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