बिलासपुर, 02 दिसम्बर। भारतीय मजदूर संघ (BMS) के नेता और कोयला कामगारों के वेतन समझौते के लिए गठित जेबीसीसीआई के वैकल्पिक सदस्य मजरूल हक अंसारी ने सीआईएल चेयरमैन पर जुबानी हमला बोला है।
श्री अंसारी ने कहा कि जेबीसीसीआई की 7वीं बैठक में सीआईएल प्रबंधन विशेषकर चेयरमैन का नकारात्मक रवैया देखने को मिला। इसी नकारात्मक रवैये के कारण एमजीबी पर बात आगे नहीं बढ़ सकी।
जेबीसीसीआई सदस्य ने कहा कि डीपीआई को लेकर भी कोल इंडिया प्रबंधन गुमराह किए जाने का कार्य कर रहा है। सीआईएल के निदेशक कार्मिक विनय रंजन ने बीसीसीएल दौरे के दौरान कहा कि था कि वेतन समझौते में डीपीई कोई बाधा नहीं है। मामला केवल विसंगति का है।
श्री अंसारी ने कहा कि बीएमएस कोयला कामगारों के लिए बेहतर वेतन समझौता कराना चाहता है। कामगारों के हितों की लड़ाई लड़ने में बीएमएस अग्रणी रहा है। चारों श्रमिक संगठनों ने उचित और कामगारों के हित में 11वां वेतन समझौता कराने के लिए आंदोलन का रास्ता चुना है। एकजुटता और पूरी ताकत के साथ यह लड़ाई लड़ी जाएगी। कामगारों के हितों पर कुठाराघात नहीं होने दिया जाएगा।
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