ज्ञात हो कि अभी तक इंस्पायर अवार्ड में राष्ट्रीय स्तर तक चयनित 60 छात्र और छात्राओं को जापान की यात्रा करवायी जाती थी। लेकिन 2020 से इंजीनियरिंग कॉलेज में नामांकन का लाभ भी छात्र और छात्राओं को मिलेगा। हर साल मंत्रालय द्वारा विज्ञान के क्षेत्र में इनोवेशन आइडिया पर इंस्पायर अवार्ड का आयोजन किया जाता है। इसमें देश भर के उन बच्चों का चयन होता है जिनके पास कुछ इनोवेशन आइडिया होता है। छठी से 10वीं कक्षा तक के छात्रों का चयन इसमें होता है।
– हर साल एक लाख बच्चों को मिलता है मौका
इंस्पायर अवार्ड में सरकारी के साथ निजी स्कूल के छात्र और छात्राएं शामिल होती हैं। हर साल पहले मंत्रालय द्वारा साइंस में इनोवेटिव आइडिया मांगा जाता है। इसके बाद जिला स्तर पर एक लाख बाल वैज्ञानिकों का चयन होता है। इन सभी को मंत्रालय द्वारा 10 हजार रुपये की राशि दी जाती है। इस राशि से बच्चे अपने आइडिया पर मॉडल बनाते हैं। मॉडल की प्रस्तुति जिला स्तर पर होती है। इसमें चयनित बाल वैज्ञानिकों को राज्य स्तर पर शामिल होने का मौका मिलता है। फिर राष्ट्रीय स्तर पर चयन होता है। 2020 के लिए 10 बच्चों का चयन राष्ट्रीय स्तर के लिए हुआ है।
– दूसरे इंजीनियरिंग कॉलेज को भी जोड़ा जायेगा
इंस्पायर अवार्ड में राष्ट्रीय स्तर पर अधिक से अधिक बच्चे शामिल हों, इसके लिए पुरस्कार के साथ इंजीनियरिंग कॉलेज में नामांकन के लिए अंकों का वेटेज दिया जायेगा। अभी तक केवल एक इंजीनियरिंग कॉलेज में ही यह सुविधा दी जा रही है। लेकिन अगले साल से कुछ और इंजीनियरिंग कॉलेज इससे जुड़ेंगे।
देंवेंद्र तिवारी (कोऑर्डिनेटर, इंस्पायर अवार्ड) ने कहा- इंस्पायर अवार्ड के माध्यम से अधिक से अधिक बच्चे शामिल हों, इसके लिए यह शुरू किया गया है। अभी तो केवल ट्रिपल आईआईटी दिल्ली में प्रवेश के लिए सुविधा दी गयी है। लेकिन आने वाले समय में अन्य इंजीनियरिंग कॉलेज में भी नामांकन के लिए अंकों का वेटेज बाल वैज्ञानिकों को मिलेगा।