नई दिल्ली, 28 मार्च। कर्नाटक विधानसभा चुनाव का मतदान एक ही चरण में 10 मई को होगा। मतगणना 13 मई को होगी। 224 सदस्यों वाली विधानसभा का कार्यकाल 24 मई को समाप्त हो रहा है। नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि आयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है और चुनाव की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग ने इस बार युवा मतदाताओं, महिलाओं, किन्नरों और कमजोर जनजातीय समूहों पर विशेष ध्यान दिया है।
निर्वाचन आयोग के अनुसार, चुनाव कार्यक्रम की गजट अधिसूचना 13 अप्रैल को जारी होगी। नामांकन पत्र भरने की अंतिम तिथि बीस अप्रैल है। 21 अप्रैल को नामंकनों पत्रों की जांच होगी और 24 अप्रैल तक नाम वापिस लिए जा सकेंगे। श्री राजीव कुमार ने बताया कि 58 हजार 282 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं, जिनमें 24 हजार 63 शहरी क्षेत्रों में और 34 हजार 219 ग्रामीण क्षेत्रों में है। मतदाताओं की कुल संख्या पांच करोड 21 लाख हैं, जिनमें दो करोड 62 लाख पुरुष और 2 करोड़ 59 लाख महिला मतदाता हैं। 9 लाख से अधिक लोगों को पहली बार वोट देने का मौका मिलेगा।
राज्य की 224 विधानसभा सीटों में से 36 सीट अनुसूचित जातियों के लिए और 15 सीट अनुसूचित जन-जातियों के लिए आरक्षित हैं। वर्ष 2018 में हुए पिछले चुनाव में विधानसभा की 224 सीटों में से 104 सीटें भारतीय जनता पार्टी ने जीती थी, कांग्रेंस को 80 तथा जनता दल सेक्यूलर को 37 सीट मिली थी। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासव राव बाोमई ने रविवार को बताया था कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद अवने प्रत्याशियों की सूची जारी करेगी। इस बीच विपक्षी कांग्रेस और जनता दल सेक्यूलर ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची घोषित कर दी है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बी.के. शिवकुमार ने बताया कि पार्टी की सौ उम्मीदवार की दूसरी सूची बृहस्पतिवार के बाद जारी होगी। पार्टी की पिछले हफ्ते जारी हुई पहली सूची में 124 उम्मीदवार शामिल हैं।