कोरबा, 27 मार्च। मंगलवार को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने अदानी पावर लिमिटेड (Adani Power Limited) द्वारा लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड (Lanco Amarkantak Power Limited) के 100 प्रतिशत अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है।
छत्तीसगढ़ के कोरबा (Korba) जिले में स्थित लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड दिवाला और दिवालियापन संहिता, 2016 (आईबीसी) के तहत कॉर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (सीआईआरपी) से गुजर रहा है। कंपनी पर बैंकों का ही 17 हजार 978 करोड़ से ज्यादा का कर्ज है। इसे अलावा भी करोड़ों रुपए की देनदारी है। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) द्वारा अधिग्रहण की मंजूरी देने के बाद लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड का स्वामित्व अदानी पावर लिमिटेड। अदानी पावर लिमिटेड अदानी समूह की कंपनी है।
इसे भी पढ़ें : गौतम अदानी ने कहा- हमारा जीवन एक बड़ी कहानी का हिस्सा
बताया गया है कि अडानी समूह की कंपनी ने लैंको अमरकंटक पावर के अधिग्रहण की डील 4101 करोड़ रुपए में की है। मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज के अलावा सरकारी कंपनी पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन (पीएफसी) के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम ने भी लैंको अमरकंटक पावर के अधिग्रहण में दिलचस्पी दिखाई थी, लेकिन बाद में प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी। अनिल अग्रवाल के स्वामित्व वाली कंपनी ट्विन स्टार टेक्नोलॉजीज ने भी खरीदारी के लिए प्रपोजल दिया था, जिसे खारिज कर दिया गया था।
कोरबा जिले के पताड़ी में लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड का संयंत्र स्थित है। वर्तमान में संयंत्र से 600 मेगावाट बिजली उत्पादित हो रही है। 300 मेगावाट क्षमता वाली दो इकाई प्रचालन में है। लैंको द्वारा विस्तार परियोजना के तहत सुपर क्रिटिकल तकनीक वाली 660 मेगावाट क्षमता वाली दो यूनिट स्थापित करने का काम शुरू किया गया था। विस्तार यूनिट 3 और 4 का कार्य लगभग हो चुका है। इसी बीच कंपनी भारी कर्ज में फंस गई और दिवाला हो गई।