कोरबा, 29 दिसम्बर। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने आज एक छह माह की बच्ची का नामकरण किया और उसके लालन पालन , पढ़ाई लिखाई से लेकर शादी तक की जिम्मेदारी उठाने का संकल्प लिया।
श्रीमती साहू कोरबा के अपना घर सेवा आश्रम में बच्चां के नामकरण और अन्न प्रासन्न संस्कार में शामिल हुई। यहां उन्होंने छह माह की एक बच्ची का नाम तेजस्वनी रखा और उसकी विवाह तक की सभी जिम्मेदारियां उठाने का संकल्प लिया। कलेक्टर की इस संवेदनशील पहल की पूरे जिले में प्रशंसा की जा रही है।
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गौरतलब है कि श्रीमती साहू को सामाजिक संस्था छत्तीसगढ़ वेल फेयर सोसायटी द्वारा संचालित अपना घर सेवा आश्रम में जन्में बच्चों के नामकरण- अन्न प्रासन्न संस्कार के लिए आमंत्रित किया गया था। इस आश्रम में मानसिक रूप से विछिप्त लोगो को रख उनकी देखभाल की जाती है।
छत्तीसगढ़ वेलफेयर सोसायटी के राणा मुखर्जी ने बताया कि कोविड की दूसरी लहर के दौरान कोरबा के पुराने बस स्टैंड में एक मानसिक रूप से विछिप्त महिला मिली थी। उस समय महिला की डाक्टरी जांच में पांच माह गर्भवती होने पर उसे सोसायटी द्वारा चलाये जा रहे अपना घर सेवा आश्रम में लाया गया था। आश्रम में गर्भवती मानसिक विछिप्त महिला की देखभाल की गई और महिला ने 23 जून को एक बच्ची को जन्म दिया।
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इसी बच्ची का नामकरण और अन्न प्रासन्न संस्कार था और कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने इस बच्ची का नाम तेजस्वनी रखा। कलेक्टर ने बच्ची का नामकरण करते हुए कहा कि ये बच्ची अपने नाम के अनुरूप समाज मे एक विशेष मुकाम हासिल करेगी और लोगो के जीने की का नया तेज देगी।
कलेक्टर ने इस बच्ची के लालन पालन से लेकर पढ़ाई लिखाई और उसके विवाह तक कि सभी जिम्मेदारियां खुद पर ली और बच्ची को गोद मे लेकर स्नेह दुलार किया। उन्होंने इस दौरान छत्तीसगढ़ वेलफेयर सोसायटी के समाज सेवा के कामों की भी सराहना की और हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
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