अमृतसर, 20 मार्च। भारत की जी-20 (G20) सदस्यता के अंतर्गत पंजाब के अमृतसर में श्रमिक 20 (L20) के दिशा-निर्देशन समूह की आज हुई बैठक की दो द्विवसीय विचार-विमर्श के बाद दो संयुक्त वक्तव्य पारित किए गए। एक वक्तव्य सामाजिक सुरक्षा को विश्वव्यापी बनाने की दिशा में पहल के तौर पर जी-20 संगठन के सदस्य देशों में सामाजिक सुरक्षा के समाधान का सुझाव दिया गया है।
दूसरे प्रस्ताव में वैश्विक कार्यबल में लैंगिक असमानता को समाप्त करने का सुझाव दिया गया है। इस मुद्दे पर ब्रिक्स सम्मेलन में पारित किए गए प्रस्तावों को कार्यरत करने की जरूरत पर बल दिया गया है। ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ब्रिक्स समूह के सदस्य देश है, जो जी-20 समूह के भी सदस्य है। बैठक में मजदूर संघों के नेताओं, श्रमिक विशेषज्ञों और बीस देशों के प्रतिनिधिमंडलों ने भी भाग लिया।
संयुक्त वक्तव्य में महिला कार्मिकों के भविष्य के बारे में कहा गया है कि अकुशल महिला कार्मिकों को आधुनिक और प्रौद्योगिकी आधारित उद्योगयों तथा महामारी के बाद की चुनौतियों से निपटने में सम्बंधित सरकारों और नियोजकों को जिम्मेदारी निभानी चाहिए। बयान में यह भी कहा गया है कि अन-औपचारिक क्षेत्र और पारिवारिक मामलों में महिलाओं को नए सिरे से सुदृढ करने की जरूरत है, क्योंकि इनका वैश्विक अर्थव्यवस्था में भी योगदान होता है।