नई दिल्ली, 06 अक्टूबर। BMS ने 27 सितम्बर को मुख्य श्रमायुक्त कार्यालय में हुई त्रिपक्षीय वार्ता एवं सुलह बैठक के लिए सहमति देने को लेकर सफाई दी है। बीएमएस के कोल प्रभारी के. लक्ष्मा रेड्डी ने कहा है कि कोल उद्योग में हड़ताल को लेकर उनका संगठन अन्य यूनियन के साथ है।
HMS से सम्बद्ध कोयला श्रमिक सभा के केन्द्रीय अध्यक्ष एवं जेबीसीसीआई सदस्य शिवकुमार यादव ने शुक्रवार को नागपुर में बीएमएस के कोल प्रभारी श्री रेड्डी से मुलाकात की। शिवकुमार यादव ने industrialpunch.com को बताया कि बीएमएस के कोल प्रभारी के साथ 27 सितम्बर को मुख्य श्रमायुक्त कार्यालय में आयोजित हुई त्रिपक्षीय वार्ता को लेकर चर्चा की गई। श्री यादव ने कहा कि बीएमएस नेता ने स्पष्ट किया है कि कोयला कामगारों के हित की लड़ाई में उनका संगठन अन्य यूनियन के साथ है। हड़ताल के मुद्दे पर बीएमएस अन्य श्रमिक संगठनों के साथ खड़ा है। नागपुर में हुई चर्चा के दौरान बीएमएस नेता आशीष मूर्ति भी उपस्थित रहे।
यहां बताना होगा कि जबलपुर हाईकोर्ट के फैसले के बाद वेतन संबंधी उपजी स्थिति को लेकर पांचो श्रमिक संगठन एचएमएस, बीएमएस, इंटक, सीटू, एटक ने 5, 6, 7 अक्टूबर को कोयला उद्योग में हड़ताल का ऐलान किया था। कोल इंडिया प्रबंधन ने हड़ताल टालने के लिए 27 सितम्बर को नई दिल्ली में पांचो यूनियन के प्रमुख नेताओं को वार्ता के लिए आमंत्रित किया था। इस वार्ता में 11 अक्टूबर तक हड़ताल को स्थगित किए जाने का निर्णय लिया गया था। इसी दिन प्रस्तावित हड़ताल को लेकर मुख्य श्रमायुक्त कार्यालय द्वारा भी पांचो यूनियन और सीआईएल प्रबंधन के साथ त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित की गई थी, लेकिन सीएलसी के साथ आयोजित वार्ता में इंटक, सीटू, एटक के नेता सम्मिलित नहीं हुए थे। सीएलसी द्वारा बुलाई गई वार्ता में भारतीय मजदूर संघ से सुधीर घुरडे, आशीष मूर्ति तथा हिंद मजदूर सभा से नाथूलाल पांडेय, रामांशु पांडेय ने शिरकत की थी। इस बैठक में बताया गया कि सीआईएल प्रबंधन के साथ हुई बैठक में 11 अक्टूबर तक हड़ताल स्थगित करने पर सहमति बनाई गई है। मुख्य श्रमायुक्त कार्यालय ने भी हड़ताल पर नहीं जाने की सलाह दी।
मुख्य श्रमायुक्त कार्यालय से त्रिपक्षीय वार्ता के मिनट्स सामने आए हैं। इस मिनट्स की अंतिम लाइन बीएमएस एवं एचएमएस पर सवाल खड़ी करती है। इस लाइन में लिखा है कि दोनों यूनियन (बीएमएस व एचएमएस) की आपसी सहमति से सुलह बैठक के लिए 10 अक्टूबर की तारीख तय की गई है। इस खुलासे के बाद बीएमएस और एचएमएस पर सवाल उठ रहे थे।