नई दिल्ली, 28 दिसम्बर। भारतीय मजदूर संघ (BMS) के कोल प्रभारी और सीएमपीएफओ के बोर्ड ऑफ ट्रस्टी तथा उच्च स्तरीय समिति के सदस्य के. लक्ष्मा रेड्डी का एक बार फिर से नकारात्मक रवैया सामने आया है।
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26 दिसम्बर को कोलकाता स्थित सीआईएल (CIL) मुख्यालय में कोयला खान भविष्य निधि संस्थान (CMPFO) से संबंधित पेंशन फंड की मजबूती के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति की तीसरी बैठक आयोजित हुई।
इस बैठक में यूनियन प्रतिनिधि के तौर पर भारतीय मजदूर संघ के कोल प्रभारी के. लक्ष्मा रेड्डी को भी उपस्थित होना था, लेकिन वे नहीं पहुंचे। कोयला कामगारों एवं अधिकारियों के लिए पेंशन फंड की मजबूती एक महत्वपूर्ण विषय और मुद्दा है। इसी को लेकर सीएमपीएफओ के अंतगर्त उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है।
इसके पूर्व उच्च स्तरीय समिति की दो और बैठकें हुई थीं। 30 सितम्बर, 2024 को नई दिल्ली में हुई बैठक में भी के. लक्ष्मा रेड्डी सम्मिलित नहीं हुए थे। अनुपस्थिति की वजह यह सामने आई कि रेड्डी सीटिंग अरेंजमेंट को लेकर बैठक मेंं नहीं गए। लक्ष्मा रेड्डी पहले नम्बर पर अपनी व्यवस्था चाहते थे। गजट के अनुसार उनकी बैठक व्यवस्था 5वें नम्बर पर है।
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बहरहाल के. लक्ष्मा रेड्डी की इस महत्वपूर्ण बैठक में अनुपस्थिति कोयला कामगारों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।