नई दिल्ली, 09। बुधवार को कोयला खान भविष्य निधि संस्थान (CMPFO) से संबंधित पेंशन फंड की मजबूती के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति की चौथी बैठक सीआईएल (CIL) मुख्यालय में आयोजित हुई। इस बैठक से भी बीएमएस प्रभारी के. लक्ष्मा रेड्डी अनुपस्थित रहे।
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भारतीय मजदूर संघ (BMS) के कोल प्रभारी और सीएमपीएफओ के बोर्ड ऑफ ट्रस्टी (BOT) तथा उच्च स्तरीय समिति के सदस्य के. लक्ष्मा रेड्डी के बैठकों में नहीं आने ने को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं चल रही हैं। जबकि बीएमएस से दूसरे सदस्य अशीष मूर्ति नियमित उपस्थित हो रहे हैं।
कोयला कामगारों एवं अधिकारियों के लिए पेंशन फंड की मजबूती एक महत्वपूर्ण विषय और मुद्दा है। इसी को लेकर सीएमपीएफओ के अंतगर्त उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। अनुपस्थिति की वजह यह सामने आई है कि रेड्डी सीटिंग अरेंजमेंट को लेकर बैठकों में नहीं जा रहे हैं। लक्ष्मा रेड्डी पहले नम्बर पर अपनी बैठक व्यवस्था चाहते थे। गजट के अनुसार उनकी बैठक व्यवस्था 5वें नम्बर पर है। दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि श्री रेड्डी बीएमएस के कोल प्रभारी जरूर हैं, लेकिन कोल सेक्टर और इससे संबंधित विषयों की तकनीकी जानकारियों का अभाव भी है। मूर्ति के अनुसार 8 जनवरी की बैठक में भी लक्ष्मा रेड्डी के नहीं आने का कारण उनकी व्यवस्तता रही है। बहरहाल के. लक्ष्मा रेड्डी की पेंशन संबंधी महत्वपूर्ण बैठकों में अनुपस्थिति कोयला कामगारों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।
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जून में हुआ था समिति का गठन
यहां बताना होगा कि पेंशन फंड की मजबूती के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन इसी साल जून में किया गया था। समिति के पहली बैठक एक जुलाई, 2024 को हुई थी। समिति में यूनियन प्रतिनिधि के तौर पर केवल सीटू नेता डीडी रामनंदन को सम्मिलित किया गया था। श्री रामनंदन के अनुरोध पर समिति में एचएमएस, बीएमएस, एटक के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया। इसके बाद 30 सितम्बर, 2024 को नई दिल्ली में इसकी बैठक हुई। तीसरी बैठक 26 दिसम्बर, 2024 को आयोजित की गई और चौथी बैठक 8 जनवरी, 2025 को हुई।