नई दिल्ली। महिंद्रा बहुत जल्द ही भारत में हुंडई क्रेटा, किया सेल्टोस और मारुति ब्रेजा को टक्कर देने के लिए एक नई एसयूवी ला रही है। यह एसयूवी फोर्ड के वीएक्स-772 प्लेटफार्म पर आधारित होगी जो हुंडई क्रेटा और मारुति ब्रेजा को टक्कर देने के लिए उतारी जाएगी। हमने पहले भी बताया था कि महिंद्रा और फोर्ड ने भारत में कुछ नए कारों को लॉन्च करने के लिए जॉइंट वेंचर का गठन किया है।
इस जॉइंट वेंचर के तहत दोनों कंपनियां अपने उत्पादों को बेहतर बनाने के साथ तकनीकी साझेदारी पर भी काम करेंगी। फोर्ड और महिंद्रा के साझेदारी के तहत फोर्ड कारों के विकास के लिए अपने वीएक्स-772 प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर सकती है। इस प्लेटफॉर्म पर 4.4 मीटर लंबी एसयूवी बनाई जा सकती है।
जानकारी के अनुसार इस कार के लिए तकनीक फोर्ड प्रदान करेगी जबकि कार के निर्माण के लिए सभी सुविधाएं महिंद्रा प्रदान करेगी। महिंद्रा ने 2020 ऑटो एक्सपो में 3 टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन का खुलासा किया था जिसमे 1.2 लीटर, 1.5 लीटर और 2.0 लीटर इंजन को शामिल किया गया था।
फोर्ड से जॉइंट वेंचर के तहत महिंद्रा बाहर के बाजार में विस्तार करना चाहती है ताकि अंतरराष्ट्रीय बाजार से भी कारों की बिक्री हो सके। जॉइंट वेंचर में महिंद्रा अपनी कारों की बिक्री के साथ फोर्ड की कारों के लिए भी अच्छा बाजार स्थापित करना चाहती है।
महिंद्रा दक्षिण अफ्रीका, चिली और ऑस्ट्रेलिया सहित दुनिया भर के विभिन्न बाजारों में भारत से उत्पादों का निर्यात कर रही है। कंपनी अधिक उत्पादों को निर्यात बाजारों में उतरना चाहती है लेकिन चिंतित है कि मौजूदा वैश्विक फुटप्रिंट की दिशा में अपेक्षित कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
कंपनी ने बताया कि हम साउथ अफ्रीका के साथ नार्थ अफ्रीका के भी कुछ हिस्सों में काफी मजबूती से पकड़ बनाए हुए हैं। साउथ एशियाई देश जैसे चिली, ऑस्ट्रेलिया, न्यू-जीलैंड और कुछ अन्य देशों में हमे अपनी पकड़ मजबूत करनी है।
फोर्ड के साथ कपनी के जॉइंट वेंचर में महिंद्रा की हिस्सेदारी अधिक है। जॉइंट वेंचर के तहत कई तरह के व्यापार रणनीतियां बनाई जा रही हैं। कोविड-19 के इस मुश्किल दौर में भी कंपनी ने अपना उत्पादन जारी रहा है और योजनाबद्ध तरीके से काम कर रही है।