नई दिल्ली, 03 फरवरी। शुक्रवार को नई दिल्ली में कोयला खान भविष्य निधि संगठन (CMPFO) के बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की 175वीं बैठक कोल सचिव अमृतलाल मीणा की अध्यक्षता में आयोजित हुई ।
बैठक में सीआईएल के निदेशक (कार्मिक) विनय रंजन, सीएमपीएफओ कमिश्नर विजय मिश्रा, सभी अनुषांगिक कंपनियों के डीपी, बोर्ड ऑफ ट्रस्टी मेंबर उपस्थित थे।
मिली जानकारी के अनुसार कमिश्नर विजय कुमार मिश्रा बैठक में जानकारी दी कि सीएमपीएफओ खाते पर अतिरिक्त कर लग रहा था। इनकम टैक्स विभाग से कानूनी लड़ाई के बाद बीते साल सीएमपीएफओ को अतरिक्त टैक्स के रूप में कटौती की गई 277 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई है।
- सीएमपीएफ बोर्ड में निर्णय उपरांत सेस के रूप में 20 रुपए प्रति टन बढ़ाने की मांग को 15 रुपए प्रति टन के रूप में जल्द मंजूरी मिलने का आश्वासन कोयला सचिव द्वारा दिया गया।
- पूर्व में बोर्ड मेंबर द्वारा दिए गए सुझाव पूर्ण रूप से मिनट्स में समाहित नहीं किए जाते थे। सदस्यों के सभ सुझावों मिनट्स में लिए जाने का निर्णय लिया गया।
- कमिश्नर ने जानकारी दी कि एसईसीएल के कुछ क्षेत्रों के कामगारों के सीएमपीएफ खातों जल्द ही जबलपुर से बिलासपुर लाया जाएगा। इसके लिए एक समिति का भी गठन किया गया
- बोर्ड की बैठकों के अलावा यूनियन प्रतिनिधियों के साथ हर माह एक बैठक किए जाने पर सहमिति बनी।
- ठेका कर्मियों और कोयला कामगारों की सीएमपीएफ से संबंधित की समस्याओं का जल्द निराकरण के लिए एक टीम कोयला उद्योग के हर कंपनी का दौरा करेगी।
- 10 साल से कम की नौकरी वाले कर्मियों के आश्रितों को भी पेंशन का लाभ देने पर सहमति बनी।
- पेंशन बढ़ोतरी को लेकर समिति की रिपोर्ट अगली बैठक में प्रस्तुत करने की जानकारी दी गई।
- नए एसओपी के तहत हर माह के प्रकरण उसी माह में निपटारा करने का प्रयास किया जाएगा।
- सीआईएल प्रबंधन द्वारा बताया गया कि अब से ठेका कर्मियों के कॉन्ट्रैक्ट (नीट) में सुधार कर माइनिंग में कार्य करने वाले सभी ठेका कर्मियों का सीएमपीएफ में ही अकाउंट खोलना अनिवार्य किया गया है।
- सीएमपीएफ इंस्पेक्टर कोयला उद्योग में कार्यरत समस्त ठेका कर्मियों की नियमित जानकारी लेंगे और उनके सीएमपीएफ खातों की समय- समय पर जांच करेंगे।
- निर्णय लिया गया की समस्त जांच एवं सुझाव उपरांत ही सीएमपीएफ कर्मचारियों के स्थानांतरण का एसओपी लागू किया जाएगा ।
- सीएमपीएफओ का अधिकतम निवेश केवल सरकारी कंपनियों में किए जाने पर सहमति बनी ।
- इक्विटी फंड में 5 फीसदी से अधिक राशि निवेश नहीं करने पर सहमति बनी।
- बैठक में और भी कई मुद्दों पर चर्चा की गई।
बैठक में इन मुद्दों का उठाया गया :
- CMPF के अनुरूप सभी सदस्यों को Annual Interest दिया जा रहा है, जो कि Monthly Interest या EPFO के अनुरूप Quarterly होना चाहिए, जिससे निश्चित ही सभी सदस्यों को लाभ होगा।
- CMPF के सभी रिजनल ऑफिसेस के मुकाबले रिजनल कमिश्नर की बेहद कमी है, एवं एक कमिश्नर दो- दो RO का कार्य देख रहें हैं। अत: CMPF के सुचारू रूप से कार्य करने हेतू नए कमिश्नर्स की नियुक्ति यथाशीघ्र करने की आवश्यकता है।
- सेवानिवृत्ति के 06 या 03 माह पूर्व सभी कामगारों को उनकी CMPF Calculation sheet एवं CMPF लेजर बुक की certified फोटोकॉपी प्रदान किया जाना चाहिये।
- कामगारों के PF भुगतान मे काफी विलंब हो रहा है। अत: भुगतान की देरी को दूर करते हुए पूर्व की भाँति कामगारों को उनके सेवानिवृत्ति के अंतिम दिन पर ही पूरा भुगतान किया चाहिये।
- CMPF की कार्यप्रणाली के सुचारु, सरल और भ्रष्टाचार मुक्त कार्य करने की दिशा मे हमें कदम उठाते हुये EPFO कि भांति CMPF का संपूर्ण कार्य online पद्धती से यथाशीघ्र करना चाहिये।
- CMPF का स्टाफ बहुत कम हो चुका है। अतः सुचारू कार्य हेतु यथाशीघ्र अतिरिक्त नए स्टाफ की बहाली करना बेहद आवश्यक है।
- CMPF की हैदराबाद मे 4 मंजिल बिल्डिंग( ऑफीस) है एवं लगभग 42 आवास हैं । अन्य प्रापर्टी भी खाली पडी है। अत: CMPF की सभी प्रापर्टी को उपयोग मे लाने की आवश्यकता है।
- DHFL मे डूबी राशि की यथाशीघ्र रिकवरी होनी चाहिए। DHFL को पीरमल ग्रूप ने टेकओव्हर किया है, अत: DHFL को संपूर्ण बकाया राशि लौटाने की जिम्मेवारी पीरमल ग्रूप पर तय होनी चाहिए।
- विधवा पेंशन के कई मामलो मे देखा जा रहा है की यदि कर्मचारी/ कामगार की मृत्यु उसके सेवानिवृत्ती के अंतिम माह में होती है तो संबंधित कंपनी से CMPF को सूचना न प्राप्त ना होने के कारण कामगारों के खाते मे PF की राशि सेवानिवृत्ती अनुरूप जमा की जाती है। एवं जब विधवा पेंशन का क्लेम होता है, तब संबंधित आश्रित को खाते में जमा राशि पुनः: CMPF मे जमा करने को कहा जाता है और बहुत से केसेस मे आश्रित द्वारा जमा राशि खर्च हो जाती है एवं वे पुनः उस राशि को जमा करने में असमर्थ होते है। चूंकि दोनो राशि लगभग समान होती है, अत: सिस्टम में सुधार कर ऐसे केसेस का जल्द निपटारा कराया जाए।
- NCL कंपनी मे PF, पेंशन एवं अन्य CMPF के मामलों के निपटारे मे काफी विलंब हो रहा है। अत: सभी लम्बित मामलो का ययाशीघ्र निपटारा करते हुए भविष्य मे सभी मामलों की भी जल्द से जल्द कार्यवाही सुनिश्चित की जाए ।
- BCCL कंपनी के दुग्धा कोल वॉशरी के लम्बित प्रकरणों का जल्द निपटारा किया जाए।
- CMPF मे कार्यरत सभी कर्मचारियों का लंबे समय से प्रमोशन नही हो रहा है लगभग वर्ष 2017 के बाद से प्रमोशन नही हो रहे है। अतः जल्द से जल्द प्रमोशन किए जाए।
- CMPF कर्मचारियों का नए SOP के तहत स्थानांतरण करने की प्रक्रिया का उल्लंघन किया जा रहा है। अतः पहले उन्हें प्रमोशन बहाली की जाए एवं प्रमोशन बेस पर स्थानांतरण की प्रक्रिया को अपनाया जाए। (आवश्यकता अनुरूप स्थानांतरण) एवं स्थानांतरण के समय पर कर्मचारी के परिवार का विचार करते हुए उन्हें नजदीकी रिजनल ऑफिस में स्थानांतरण करना उचित होगा।
- CMPF प्रबंधन द्वारा केस निपटारा किए गए आंकड़े और धरातल के लंबित केसेस के आंकड़ों में काफी अंतर है, अतः जांच कर सभी लम्बित प्रकरणों का जल्द निपटारा किया जाए।
- CMPF क्लेम सेटलमेंट के नए फॉर्म में सुधार किया जाए।