नई दिल्ली, 02 जून। कोयला मंत्रालय ने कोयला परिवहन में स्वच्छ वातावरण को ध्यान में रखते हुए रेल निकासी को गति दी है और देश में कोयले की सड़क के माध्यम से आवाजाही को धीरे-धीरे समाप्त करने के लिए नए प्रयासों की शुरुआत की है। ग्रीनफील्ड कोयला वाले क्षेत्रों में नई ब्रॉड गेज रेल लाइनों के नियोजित निर्माण, नए लदान स्थल तक रेल लिंक का विस्तार और कुछ मामलों में रेल लाइनों को दोगुना और तिगुना करने से रेल क्षमता में काफी वृद्धि होगी।
इसे भी पढ़ें : कोयला मंत्रालय ने 2022- 23 के लिए जारी किया Action Plan, सीआईएल के पुर्नगठन सहित इन बिंदुओं पर किया गया है फोकस
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने विभिन्न मंत्रालयों को एक साथ लाने और बुनियादी ढांचा संपर्क परियोजनाओं की एकीकृत योजना और समन्वित कार्यान्वयन के उद्देश्य से अक्टूबर 2021 में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए गति शक्ति- राष्ट्रीय मास्टर प्लान का शुभारंभ किया। यह विभिन्न मंत्रालयों और राज्य सरकारों की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को शामिल करेगा और भू-स्थानिक योजना उपकरणों सहित व्यापक रूप से प्रौद्योगिकी का लाभ उठाएगा।
इसे भी पढ़ें : कोयला उत्पादन में 6 करोड़ 10 लाख टन की वृ्द्धि, बिजली क्षेत्र में आयात 40 % घट गया
पीएम गति शक्ति के लक्ष्य के अनुरूप, कोयला मंत्रालय ने मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी विकसित करने के लिए 13 रेलवे परियोजनाएं शुरू की हैं और प्रत्येक परियोजना के लिए लापता बुनियादी ढांचे की पहचान की है। उच्च प्रभाव परियोजनाओं के अंतर्गत एनएमपी पोर्टल में चार रेलवे परियोजनाओं को सफलतापूर्वक नियोजित किया गया है जो झारखंड और ओडिशा राज्यों में विकसित किए जाएंगे और सभी वाणिज्यिक खनिकों के लिए तेजी से लोजिस्टिक और व्यापक संपर्क के साथ कोयले की आवाजाही की सुविधा प्रदान करेंगे।
सोशल मीडिया पर अपडेट्स के लिए Facebook (https://www.facebook.com/industrialpunch) एवं Twitter (https://twitter.com/IndustrialPunch) पर Follow करें …