भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय ने प्रतिष्ठित 220 केवी क्षमता वाले श्रीनगर-द्रास-कारगिल-खालत्सी-लेह ट्रांसमिशन सिस्टम को भारत सरकार के महारत्न केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम ‘पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड’ (पावरग्रिड) को स्थानांतरित कर दिया है। इस ट्रांसमिशन सिस्टम को प्रधानमंत्री द्वारा फरवरी 2019 में देश को समर्पित किया गया था। इससे लद्दाख का पूरा इलाका राष्ट्रीय ग्रिड से जुड़ता है जो गुणवत्ता वाली और विश्वसनीय विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करता है।
लगभग 3000-4000 मीटर की ऊंचाई पर बनी यह 335 किलोमीटर लंबी ट्रांसमिशन लाइन बर्फ से ढके दुर्गम पहाड़ी इलाकों को पार करती है। इसमें द्रास, कारगिल, खालत्सी और लेह में चार नए अत्याधुनिक 220/66 केवी गैस इंसुलेटेड सब-स्टेशन और 66 केवी इंटरकनेक्शन सिस्टम शामिल हैं।
परियोजना को पावरग्रिड द्वारा प्रधानमंत्री पुनर्निर्माण योजना (पीएमआरपी) योजना के तहत परामर्श के आधार पर कार्यान्वित किया गया था। जम्मू और कश्मीर राज्य के जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के रूप में केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद 220 केवी के श्रीनगर-लेह ट्रांसमिशन सिस्टम को इंटर स्टेट ट्रांसमिशन सिस्टम (आईएसटीएस) के रूप में फिर से नामित किया गया है और 31.10.2019 से पावरग्रिड को स्थानांतरित कर दिया गया है। इसी तारीख को जम्मू कश्मीर और लद्दाख का गठन केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में हुआ है।
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