मुरादाबाद, 16 जुलाई। एसडीएम से फर्नीचर के पैसे मांगने पर कारोबारी की संपत्ति पर बुलडोजर चलाने का मामला सामने आया है।
फर्नीचर कारोबारी ने शिकायत की है कि एसडीएम ने फर्नीचर बनवाया और भुगतान नहीं किया। मुरादाबाद के डीएम शैलेंद्र सिंह ने बताया कि जांच के निर्देश दिए गए हैं। दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मुरादाबाद के लट्ठमार एसडीएम घनश्याम वर्मा एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। इस पर उन पर एक फर्नीचर कारोबारी ने संगीन आरोप लगाए हैं। फर्नीचर कारोबारी का आरोप है कि एसडीएम ने उनके शोरूम से 2.67 लाख रुपये का फर्नीचर लिया, लेकिन जब फर्नीचर के पैसे मांगे तो एसडीएम ने फर्नीचर कारोबारी के घर को अवैध बताते हुए बुलडोजर चलवा दिया। मामला मुरादाबाद के बिलारी कस्बे का है। बता दें कि कुछ महीने पहले एसडीएम बिलारी घनश्याम वर्मा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
डिप्टी जेलर बेटी के घर भी भिजवाया दीवान और सोफा
बिलारी में स्टेशन रोड निवासी जाहिद अहमद ने बताया कि घर के पास ही उनका आशीर्वाद फर्नीचर के नाम से शोरूम है। जाहिद के मुताबिक कुछ समय पहले वह धान क्रय केंद्र पर तौल न होने की शिकायत लेकर एसडीएम बिलारी घनश्याम वर्मा के पास गए थे। तब उनकी एसडीएम से जान पहचान हुई थी। इसके कुछ दिन बाद एसडीएम उनके शोरूम पर आए और अपने घर के लिए 1.48 लाख रुपये का फर्नीचर पसंद किया।
फर्नीचर कारोबारी का कहना है कि एसडीएम द्वारा पसंद किया गया फर्नीचर उन्होंने एसडीएम के कहे अनुसार उनके बिलारी और मुरादाबाद स्थित आवास पर भिजवा दिया। फर्नीचर का बिल भी भिजवाया लेकिन एसडीएम ने बिल का भुगतान नहीं किया। जाहिद का आरोप है कि 12 जुलाई को एसडीएम फिर से उनके शोरूम पर आए। इस बार उन्होंने 1.19 लाख रुपये का फर्नीचर पसंद किया। जाहिद का आरोप है कि एसडीएम के कहे मुताबिक यह फर्नीचर उन्होंने अपनी गाड़ी से एसडीएम की बेटी के घर हरदोई में भिजवा दिया। बताया जाता है कि एसडीएम की बेटी अलका वर्मा हरदोई में डिप्टी जेलर हैं।
पैसे मांगे तो बर्बाद करने की दी धमकी
फर्नीचर कारोबारी जाहिद का आरोप है कि जब वह फर्नीचर का 2.67 लाख रुपये का बिल लेकर एसडीएम के आवास पर गए तो एसडीएम ने उन्हें बर्बाद करने की धमकी दी। जाहिद ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की तो एसडीएम ने अपने चपरासी को जाहिद के घर भेजकर फिर से अंजाम भुगतने की धमकी दी। इसके थोड़ी देर बाद ही जाहिद के घर को गिराने का नोटिस भेज दिया गया। जाहिद का आरोप है कि 12 जुलाई की शाम को एसडीएम ने तहसीलदार को बुलडोजर लेकर उनके घर भेज दिया। घर की एक दीवार गिरा भी दी गई।
फर्नीचर कारोबारी ने अधिकारियों को फोन किया तो बुलडोजर एक्शन रुका। वरना एसडीएम फर्नीचर कारोबारी के पूरे घर को ही गिरा देना चाहते थे। कमिश्नर को फर्नीचर के फोटो दिखाकर की शिकायत फर्नीचर कारोबारी जाहिद ने इसके बाद गुरुवार को कमिश्नर आन्जनेय कुमार सिंह से मामले की शिकायत की। वह फोटो भी दिखाए जिनमें फर्नीचर एसडीएम और उनकी बेटी के घर पर उतर रहा है। इसके बाद कमिश्नर ने डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह को आदेश दिए कि तीन दिन के भीतर मामले की जांच कराकर रिपोर्ट दें। शुक्रवार को एडीएम प्रशासन सुरेंद्र सिंह चाहल को जांच अधिकारी बनाकर बिलारी भेजा गया।
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साभार : भास्कर