Morocco Earthquake : मोरक्को में 6.8 की तीव्रता के भूकंप में मृतकों की संख्या बढ़कर 2000 से अधिक हो गई है जबकि लगभग 1400 लोग घायल हुए हैं। खबरों के अनुसार भूकंप से प्रभावित दूरदराज के क्षेत्रों में फंसे लोगों तक राहत दल अभी तक नहीं पहुंच पाए हैं। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। मोरक्को में शुक्रवार की रात आए विनाशकारी भूकंप का केंद्र मराकेस से लगभग 71 किलोमीटर दूर दक्षिण-पश्चिम में हाई एटलस पहाड़ियों के पास था। उत्तरी अफ्रीका के देश मोरक्को में पिछले 120 वर्षों में यह सबसे भयानक भूकंप आया। ज्यादातर भूकंप पीड़ित दूरदराज के क्षेत्रों से बताए गए हैं।
आशंका है कि बड़ी इमारतों के ढहने से मलबे के अंदर अब भी काफी लोग फंसे हुए हैं। ये इमारतें बहुत पुरानी थीं और वे भूकंप की तीव्रता सह नहीं पाए। प्रधानमंत्री मोदी सहित अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जर्मनी के चांसलर ओलफ शोल्ज और विश्व के अन्य नेताओं ने भूकंप में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवंदना प्रकट की।
इधर, मोरक्को के भीषण भूकंप से प्रभावित लोगों को भोजन और पानी हासिल करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। दूरदराज के गांवों में लापता लोगों की तलाश जारी है। भूकंप के और झटके आने की आशंका को देखते हुए लोग लगातार दूसरी रात घरों से बाहर रहे।
सैनिक और आपात सेवाओं के कर्मी दूरदराज के गांवों में पहुंच रहे हैं। यहां लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। इस भूकंप का केन्द्र रहे अल-हौज प्रांत में सबसे अधिक लगभग एक हजार तेरह सौ लोगों की मौत हुई है। तारोदांत प्रांत में चार सौ बावन लोगों की जान गई है। इस भूकंप में दो हजार उनसठ लोगों के घायल होने की खबर है। सरकार भूकंप पीडितो को पीने का पानी उपलब्ध कराने और भोजन, टैन्ट और कंबल आदि वितरित करने के लिए तत्काल कदम उठा रही हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि इस भूकंप का असर तीन लाख से अधिक लोगों पर पडा है।