मध्य प्रदेश उपचुनावों से पहले चुनाव आयोग ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। आदर्श आचार संहिता का बार-बार उल्लंघन करने के कारण चुनाव आयोग ने शुक्रवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का स्टार प्रचारक का दर्जा छीन लिया है। चुनाव प्रचार में लगातार आपत्तिजनक बयानों को आधार बनाकर उन पर ये कार्रवाई की गई है। बता दें कि मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर तीन नवंबर को उपचुनाव होने हैं और इसे लेकर चुनाव प्रचार जोरशोर से चल रहा है।
हालांकि, चुनाव आयोग के इस आदेश के बावजूद कमलनाथ उपचुनाव में प्रचार कर सकेंगे, लेकिन इसका पूरा खर्च उम्मीदवार के खाते में जुड़ेगा। चुनाव आयोग ने तत्काल आदेश जारी करते हुए कमलनाथ पर कार्रवाई की है। आयोग ने शुक्रवार शाम 5 बजे से ही कमलनाथ का स्टार प्रचारक का दर्जा छीन लिया है। वैसे स्टार प्रचारक के प्रचार का खर्च पार्टी के खाते में जुड़ता है, प्रत्याशी पर भार नहीं आता है। लेकिन कमलनाथ की कथित अमर्यादित भाषा को लेकर आयोग ने उम्मीदवार पर खर्च डाल दिया है।
कमलनाथ को स्टार प्रचारकों की सूची से हटाने को लेकर कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रही है। चुनाव आयोग की कार्रवाई के बाद कांग्रेस ने आदेश के खिलाफ शीर्ष अदालत जाने का ऐलान किया है। कांग्रेस के प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि आयोग की कार्रवाई पूरी तरह से एकतरफा है। अब इस आदेश के खिलाफ कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट में अपील करने जा रही है। गुप्ता ने कहा कि BJP के नेताओं के खिलाफ भी कांग्रेस ने शिकायत की, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस मामले पर कानूनी विशेषज्ञों से राय लेगी और कोर्ट का रुख करेगी।