चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी में विभाजन हो गया है। छह में से पांच सांसदों ने पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व में अलग गुट बना लिया है। इस गुट ने चिराग पासवान को हटाकर पशुपति कुमार पारस को संसदीय दल का नेता चुना है।
पांच बागी सांसद पशुपति कुमार पारस, महबूब अली कैसर, वीणा देवी, चंदन सिंह और प्रिंस राज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला से मिले और पार्टी में ताजा घटनाक्रम पर उन्हें पत्र सौंपा।
बागी सांसदों ने लोकसभा में पशुपति कुमार पारस को नया नेता घोषित करने का अनुरोध भी किया। लोक जनशक्ति पार्टी इस समय केंद्र में एनडीए का घटक दल है।
इधर, लोक जनशक्ति पार्टी में फूट से बिहार से लेकर देश की राजधानी दिल्ली तक की राजनीति अचानक से गरमा गई हैं। सांसद पशुपति कुमार पारस के 5 सांसदों के साथ बगावत करने के ऐलान के बाद उनके भतीजे और दिवंगत रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान बैकफुट पर जाते हुए दिख रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चिराग सोमवार को चाचा पशुपति से मिलने उनके घर एक प्रस्ताव के साथ गए। चिराग ने लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ने की बात कही है। सूत्र बताते हैं कि चिराग ने मां रीना पासवान को पार्टी का नेशनल प्रेसिडेंट बनाने की मांग रखी है।
इस बीच सूत्रों से पता चला है कि आज दोपहर करीब 3 बजे चिराग पासवान के चाचा पशुपति कुमार पारस समेत पार्टी के बागी पांचों सांसद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मिलेंगे।
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