खान मंत्रालय के तहत नवरत्न केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम (सीपीएसई) नालको ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए परिणाम घोषित किए हैं।
28 जून, 2021 को निदेशक मंडल की बैठक में दर्ज लेखापरीक्षा के वित्तीय परिणामों के अनुसार, नालको का शुद्ध कारोबार पिछले वर्ष के 8425.75 करोड़ रुपये के मुकाबले वित्तीय वर्ष 2021 में बढ़कर 8869.29 करोड़ रुपये हो गया है। वहीं वित्तीय वर्ष 2021 के लिए शुद्ध लाभ 840 फीसदी बढ़कर 1299.53 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वित्तीय वर्ष 2020 में यह 138 करोड़ रुपये था। यह परिणाम खरीद, बिक्री व विपणन, अनुकूल एलएमई कीमतों पर रणनीतिक निर्णयों के जरिए प्राप्त किए गए और कोविड दिशानिर्देशों के कारण प्रतिबंधित श्रमशक्ति की तैनाती के बावजूद इकाइयों ने मजबूत परिचालन प्रदर्शन के माध्यम से इसे संवर्धित किया।
वर्ष 2020-21 के दौरान नालको ने 73.65 लाख टन के साथ अब तक का सर्वाधिक बॉक्साइट उत्पादन हासिल किया। इसी तरह, कंपनी ने 2020-21 में 1.92 लाख टन के साथ अब तक के सर्वाधिक एल्यूमिनियम धातु का निर्यात हासिल करते हुए 2009-10 के एक दशक पुराने 1.46 लाख टन रिकॉर्ड उपलब्धि को पार किया। इसके अलावा कंपनी ने ओडिशा के दामनजोड़ी स्थित रिफाइनरी में 20.85 लाख टन एल्यूमिना हाइड्रेट का उत्पादन और अंगुल, ओडिशा स्थित स्मेल्टर संयंत्र से 4.18 लाख टन एल्युमिनियम धातु का उत्पादन किया।
भारत सरकार के खान मंत्रालय में सचिव आलोक टंडन ने प्रभावशाली परिणामों के लिए सामूहिक रूप से नालको और निदेशक मंडल को बधाई दी है। इसके अलावा उन्होंने सीएमडी श्रीधर पात्रा के नेतृत्व में नालको प्रबंधन की सराहना करते हुए आने वाले वर्षों में विकास की गति को जारी रखने का आग्रह किया।
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