राष्ट्रीय कोयला सूचकांक (National Coal Index ) ने जून 2024 में 3.48 प्रतिशत की उल्लेखनीय कमी दर्शाई है। यह जून 2024 में 142.13 अंक रहा जो जून 2023 में 147.25 अंक था। यह उल्लेखनीय कमी बढ़ती माँगों को पूरा करने के लिए बाजार में कोयले की पर्याप्त उपलब्धता को दर्शाती करती है।
इसे भी पढ़ें : एसईसीएल में स्वतंत्रता दिवस : सीएमडी ने कहा- भूमिगत उत्पादन बढ़ाएंगे, 56 कंटीन्यूअस माइनर लगाने का लक्ष्य
राष्ट्रीय कोयला सूचकांक (एनसीआई) एक मूल्य सूचकांक है जो सभी बिक्री चैनलों से कोयले की कीमतों अर्थात- अधिसूचित मूल्य, नीलामी मूल्य और आयात मूल्यों को जोड़ता है। जो विनियमित (बिजली और उर्वरक) और गैर-विनियमित क्षेत्रों में लेन-देन के लिए विभिन्न ग्रेड के कोकिंग और गैर-कोकिंग कोयले की कीमतों पर विचार करता है।
industrial punch is now on Whatsapp Channels. Click here to join
वित्त वर्ष 2017-18 को आधार वर्ष मानकर स्थापित एनसीआई बाजार की गतिशीलता के एक विश्वसनीय संकेतक के रूप में कार्य करता है और मूल्य में उतार-चढ़ाव की मूल्यवान जानकारी प्रदान करता है।
industrial punch is now on Whatsapp Channels. Click here to join
इसके अतिरिक्त, कोयला नीलामी पर प्रीमियम उद्योग की स्थिति को दर्शाता है, और कोयला नीलामी प्रीमियम में तेज गिरावट, बाजार में पर्याप्त कोयला उपलब्धता की पुष्टि करता है। पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में जून 2024 के दौरान देश के कोयला उत्पादन में 14.58 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि हुई है। जो देश की समग्र ऊर्जा सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले कोयले पर आधारित विभिन्न क्षेत्रों को स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करती है।
इसे भी पढ़ें : कोयला खान भविष्य निधि : 2023-24 के लिए ब्याज दर का हुआ निर्धारण
एनसीआई की नीचे की गति एक अधिक न्यायसंगत बाजार, आपूर्ति और मांग की गतिशीलता को सुसंगत बनाने को दर्शाती है। पर्याप्त कोयला उपलब्धता के साथ, राष्ट्र न केवल बढ़ती हुई मांग को पूरा कर सकता है बलकि इसकी दीर्घकालिक ऊर्जा आवश्यकताओं को भी पूरा कर सकता है, जिससे एक अधिक लचीला और टिकाऊ कोयला उद्योग मजबूत होगा और राष्ट्र के लिए एक समृद्ध भविष्य को बढ़ावा मिलेगा।