सिंगरौली (IP News). भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने आस पास के क्षेत्र के युवाओं को रोजगारपरक प्रशिक्षण प्रदान करने की दिशा में एक अनूठा प्रयास किया है। इसके तहत एनसीएल ने स्थानीय युवाओं के कौशल विकास के लिए स्किल काउंसिल फॉर माइनिंग सेक्टर (एससीएमएस) को अधिकृत किया है।
सामाजिक निगमित दायित्व के अंतर्गत संचालित इस कार्यक्रम में कुल 480 युवाओं को रोजगारपरक कौशल जैसे एचईएमएम मैकेनिक, माइन इलेक्ट्रीशियन, माइन वेल्डर, डाटा एंट्री ऑपरेटर इत्यादि संवर्गों में प्रशिक्षित किया जाएगा तथा उन्हें “राष्ट्रीय कौशल योग्यता दिशानिर्देश” (एनसीएफक्यू) के अनुसार प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा।
परियोजना प्रभावित अभ्यर्थियों को मिलेगी पहली वरीयता
इस कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण के लिए चुने जाने वाले युवाओं में पहली प्राथमिकता परियोजना प्रभावित व्यक्तियों (पीएपी) व एनसीएल के 25 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले योग्य अभ्यर्थियों को तथा दूसरी प्राथमिकता सिंगरौली व सोनभद्र जिले के योग्य अभ्यर्थियों को दी जाएगी।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के अन्य जनपदों के अभ्यर्थी भी इसके लिए अपना आवेदन दे सकते हैं। इस कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण एवं उससे जुड़े अहर्ता को पूरा करने वाले योग्य अभार्थियों को अप्रेंटिसशिप अधिनियम के अनुसार एनसीएल में स्टीपेंड के साथ अप्रेंटिसशिप का अवसर भी प्राप्त हो सकता है। साथ ही एससीएमएस द्वारा निजी क्षेत्र के अन्य उद्योगों में भी अप्रेंटिसशिप के लिए अभ्यर्थियों को सहायता प्रदान की जा सकती है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी एनसीएल की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
गौरतलब है कि स्किल काउंसिल फॉर माइनिंग सेक्टर (एससीएमएस), भारतीय खनिज उद्योग महासंघ तथा खान मंत्रालय के सहयोग से संचालित एक शीर्ष निकाय है जो राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के उद्देश्यों के अनुसार खनन क्षेत्र में कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देता है तथा खनन उद्योग के लिए कुशल कर्मी उपलब्ध कराता है।