नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) की होल्डिंग कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड और सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीपेट), चेन्नई ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे।
इसके तहत सीपेट द्वारा, कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनियों के आस पास रहने वाले युवाओं को प्लास्टिक इंजीनियरिंग ट्रेड में प्रशिक्षण देकर रोजगार/ स्वरोजगार के लिए तैयार किया जाएगा।
एमओयू के अनुसार इस कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत एनसीएल के आस पास के 500 बेरोजगार ग्रामीण युवाओं को सीपेट के भोपाल, ग्वालियर, लखनऊ स्थित केन्द्रों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
स्थानीय बेरोजगार युवाओं के लिए आयोजित इस निःशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम के पाठ्यक्रम शुल्क, पाठ्यक्रम सामग्री, वर्दी, प्रशिक्षण किट, आवास और प्रशासनिक शुल्क को मिलाकर, इसकी कुल लागत 70,000 रुपए प्रति उम्मीदवार एनसीएल द्वारा सीएसआर के तहत देय होगी
प्रशिक्षण कार्यक्रम का विवरणः
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत प्लास्टिक प्रसंस्करण, इंजेक्शन मोल्डिंग, ब्लो मोल्डिंग, प्लास्टिक रीसाइक्लिंग जैसे अनेक संवर्गों में प्रशिक्षण दिया जाएगा द्य इसमे से कुछ संवर्गों के लिए कक्षा 10 व अन्य के लिए कक्षा 8 उत्तीर्ण की योग्यता निर्धारित की गयी है।
राष्ट्रीय मानकों के अनुसार तय किया गया है पाठ्यक्रमः
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क(एनएसक्यूएफ) द्वारा तय मापदण्डों के अनुसार तैयार किया गया है और साथ ही राष्ट्रीय कौशल योग्यता समिति(एनएसक्यूसी) द्वारा स्वीकृत है। कंपनी ने इस कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित अधिकतम अभ्यर्थियों को रोजगार / स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है।
संपर्क करेंः
इस कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण लेने के लिए इच्छुक अभ्यर्थी निगाही, खड़िया एवं ब्लॉक बी के सीएसआर विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
अभ्यर्थियों का चयन 25 व 26 अगस्त 2021 को निगाही, खड़िया एवं ब्लॉक बी परियोजनाओं मेँ किया जाएगा द्य चयन के लिए अभ्यर्थी की आयु 18 से 20 वर्ष के बीच होनी चाहिए जिसमें आरक्षण के तहत नियमानुसार छूट दी जाएगी।
गौरतलब है कि पहले से भी एनसीएल सीईटीआई प्रांगण में स्थित प्रबंधन विकास संस्थान (एमडीआई) में 480 युवाओं का विभिन्न रोजगारपरक संवर्गों में प्रशिक्षण चल रहा है।
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