सिंगरौली, 23 फरवरी। बुधवार को कोल इंडिया की प्रमुख अनुषंगी कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड(एनसीएल) ने वर्ष 2022-23 के लिए निर्धारित 410 मिलियन क्यूबिक मीटर लक्ष्य के सापेक्ष, 411 मिलियन क्यूबिक मीटर अधिभार हटाकर कोयला क्षेत्र में नया इतिहास रचा है। कंपनी ने यह उपलब्धि 28.30 प्रतिशत की वार्षिक बढ़त के साथ दर्ज की है। एनसीएल, इतनी अधिक मात्रा में अधिभार हटाने वाली कोल इंडिया की पहली अनुषंगी कंपनी बन गयी है।
एनसीएल की खदानों में स्ट्रिपिंग रेशिओ( हटाए गए अधिभार एवम इसके सापेक्ष निकले कोयले का अनुपात) अधिक है जिसके चलते कोयला उत्पादन की निरंतरता बनाए रखने में अधिभार हटाव की महत्वपूर्ण भूमिका है। पिछले वित्तीय वर्ष में एनसीएल ने 362.65 मिलियन क्यूबिक मीटर अधिभार हटाया था जिसे इस वर्ष 21 जनवरी को ही हांसिल कर लिया गया है।
इस शानदार उपलब्धि पर, सीएमडी एनसीएल श्री भोला सिंह और कार्यकारी निदेशक मण्डल ने कोयला मंत्रालय, कोल इंडिया प्रबंधन, सभी कर्मियों,संविदा कर्मियों, जिला प्रशासन, स्थानीय जन प्रतिनिधियों व हितग्राहियों को धन्यवाद दिया है। सीएमडी श्री भोला सिंह ने इस उपलब्धि को टीम एनसीएल के समेकित प्रयासों, कठिन परिश्रम, सकारात्मक दृष्टिकोण, तकनीकी कौशल व ऊर्जा आत्मनिर्भरता के प्रति अटूट निष्ठा का नतीजा बताया । उन्होंने विश्वास जताया कि कंपनी समय रहते अपने उत्पादन व प्रेषण लक्ष्य भी हांसिल करेगी।
कंपनी की इस उपलब्धि में ब्लास्टिंग, उन्नत मशीनों के नियोजन व रखरखाव, पर्यवेक्षण, डिजिटीकरण तथा कर्मियों के प्रशिक्षण के क्षेत्र में किए गए क्रमबद्ध सुधारों के साथ ही एनसीएल शीर्ष प्रबंधन के सक्षम मार्गदर्शन की बड़ी भूमिका रही है।
एनसीएल लगातार बढ़ रहे लक्ष्य के आलोक में बड़ी संख्या में आधुनिक शॉवेल, डंपर, ड्रैगलाइन सहित विशालकाय मशीनों के नियोजन पर भारी पूंजीगत निवेश कर रही है जिसके सुखद परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
गौरतलब है कि एनसीएल ने 122 मिलियन टन के वार्षिक लक्ष्य के मुकाबले अभी तक 9.03% की शानदार वृद्धि के साथ 117.16 मिलियन टन उत्पादन तथा 7.38% की वृद्धि के साथ 120.28 मिलियन टन कोयला प्रेषण किया है।