एनसीएल (NCL) ने सोमवार को “वर्ल्ड डे फॉर सेफ्टी एंड हेल्थ ऐट वर्क” मनाया। विश्वभर में यह दिन कर्मियों में व्यावसायिक दुर्घटनाओं और बीमारियों की रोकथाम हेतु कार्यस्थल पर स्वास्थ्य व सुरक्षा मानकों के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस वर्ष यह दिवस “स्वास्थ्य और सुरक्षा में क्रांति: कार्यस्थल पर एआई और डिजिटलाइजेशन की भूमिका” विषय पर मनाया गया।
एनसीएल मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान एनसीएल सीएमडी, श्री बी. साईराम, निदेशक (मानव संसाधन) श्री मनीष कुमार, निदेशक (वित्त) श्री रजनीश नारायण, निदेशक (तकनीकी/संचालन) श्री जितेंद्र मलिक, मुख्यालय से महाप्रबंधक, विभागाध्यक्ष सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम खनिक प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि समर्पित की गई व सुरक्षा झंडा फहराया गया।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में सीएमडी एनसीएल श्री बी. साईराम ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एवं डिजिटलाइजेशन को खनन प्रणाली की आवश्यकता बताते हुए नवाचारी तकनीकी को आत्मसात करने हेतु आह्वान किया। इसके अतिरिक्त उन्होने एनसीएल की नवाचारी पहलों जैसे ओआईटीडीएस प्रणाली, डीजीकोल, सिमयूलेटर एवं वर्चुअल रियलिटी और ओगमेंटेड रियलिटी आधारित प्रशिक्षण, अमलोरी परियोजना में 5 जी नेटवर्क स्थापना एवं अन्य के बारे में जानकारी प्रदान की।
साथ ही पूर्वानुमानित सुरक्षा विश्लेषण हेतु रोबोटिक्स जैसी नई तकनीकों के प्रयोग पर बल देते हुए कहा कि आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस जैसे सेफ्टी सेंसर,ऑटोमेटेड मॉनिटरिंग सिस्टम सुरक्षा सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा उन्होने सुरक्षा हेतु तकनीक के साथ-साथ मानवीय मूल्यों को भी जोड़ने का संदेश दिया।
कार्यक्रम के दौरान एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/संचालन), श्री जितेंद्र मलिक ने मानव जीवन को सरल करने एवं सुरक्षा एवं स्वास्थ्य में एआई के महत्व का विस्तारित वर्णन करते हुए चेयरमैन, कोल इंडिया श्री पी.एम. प्रसाद के संदेश का बाचन किया।
इस दौरान एनसीएल के महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं बचाव) श्री पी. डी. राठी ने कार्यस्थल पर स्वयं के स्वास्थ्य व सुरक्षा के साथ ही मशीनों व सम्पत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए शून्य क्षति दक्षता प्राप्त करने की शपथ दिलवाई।
एनसीएल की सभी परियोजनाओं एवं इकाइयों में भी इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किए गए ।