नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (NCL) के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (CMD) भोला सिंह की अध्यक्षता में खदान सुरक्षा पर एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन हुआ।
इस दौरान एनसीएल के निदेशक (कार्मिक) मनीष कुमार, निदेशक (वित्त) रजनीश नारायण, निदेशक(तकनीकी/संचालन) जितेंद्र मलिक, एनसीएल मुख्यालय के विभागाध्यक्ष, वीसी के माध्यम से सभी परियोजनाओं के महाप्रबंधकगण एवं एनसीएल सेफ़्टी बोर्ड के सदस्य उपस्थित रहे।
इस अवसर पर सीएमडी एनसीएल भोला सिंह ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि खदान में कार्य के दौरान सुरक्षा हम सब की सर्वोपरि ज़िम्मेदारी है। एनसीएल कोयला व अधिभार को मिलाकर उत्पादन करने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी है। बड़े पैमाने पर उत्पादन के साथ सुरक्षित खनन पर भी हम सभी को अधिक संवेदनशील रहना होगा। उन्होने सेफ़्टी मैनेजमेंट प्लान व सुरक्षा से जुड़े सभी मानकों का शत-प्रतिशत पालन का आदेश दिया। साथ ही इस बैठक के दौरान ‘सतत सुरक्षा सुधार’ के क्रम में एनसीएल सेफ्टी बोर्ड के सदस्यों व अन्य के द्वारा साँझा किए गए व्यवहारिक विचारों को क्रियान्वित करने का भरोसा दिया।
खदान सुरक्षा को हर एक कर्मी का दायित्व बताते हुए उन्होने खदान में समेकित रूप से सुरक्षित कार्यशैली का आवाहन किया। साथ ही सुरक्षित खदान परिचालन के लिए वृहद स्तर पर प्रशिक्षण एवम् तकनीकी हस्तक्षेप का भी जिक्र किया।
उन्होंने गहन पर्वेक्षण व सुरक्षा निरीक्षण हेतु भी सभी को आदेशित किया। साथ ही सीएमडी, एनसीएल ने सुरक्षा मानकों से लापरवाही करने पर संबंधित पदाधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही करने हेतु भी परियोजना प्रबंधन को निर्देशित किया।
इस अवसर पर परियोजनाओं के महाप्रबंधकगण, मुख्यालय के विभागाध्यक्ष व एनसीएल सेफ़्टी बोर्ड के सदस्यों ने भी खदान-सुरक्षा के संबंध में अपने विचार रखे जिनपर विस्तृत चर्चा हुई।
गौरतलब है कि एनसीएल अपनी खदानों में कर्मियों एवं मशीनों की सुरक्षा के लिए सजग एवं प्रतिबद्ध है। सुरक्षा के आलोक में एनसीएल प्रबंधन ने कर्मियों को आधुनिक प्रशिक्षण, सुरक्षा जागरूकता अभियान के साथ ही नवीनतम तकनीक से युक्त मशीनें खदानों में नियोजित किया है।