सिंगरौली। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (NCL) के सीएमडी बी साईराम ने शनिवार को कहा कि कंपनी ने अपने कुल कोयला उत्पादन का 94 प्रतिशत बिजली क्षेत्र को भेजा और वित्त वर्ष 2023-24 में रॉयल्टी और जीएसटी के रूप में केंद्र और राज्य के खजाने में 15,000 करोड़ रुपये का योगदान दिया।
एनसीएल द्वारा अपने मुख्यालय में आयोजित सिंगरौली इंडस्ट्रियल समिट 2024 को संबोधित करते हुए सीएमडी ने सिंगरौली क्षेत्र के समावेशी विकास में कंपनी के योगदान को भी रेखांकित उन्होंने सिंगरौली के समग्र विकास के लिए साझा मूल्यों पर आधारित एकीकृत दृष्टिकोण अपनाने के लाभों पर जोर दिया।
इस शिखर सम्मेलन का आयोजन आर्थिक विकास, सतत औद्योगिक विकास, विविधीकरण, पूर्ण औद्योगिक क्षमता का दोहन, तथा सामाजिक-आर्थिक उत्थान और क्षेत्रीय विकास के साथ रोजगार के अवसर पैदा करने के उद्देश्यों के साथ किया गया था। शिखर सम्मेलन में ऊर्जा, एल्यूमीनियम, सीमेंट, रसायन और बुनियादी ढांचे जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अवसर पैदा करने के बारे में विचार-मंथन किया गया। इसके अलावा, सिंगरौली क्षेत्र के दीर्घकालिक विकास पर एक पैनल चर्चा आयोजित की गई।
NCL ने चालू वित्त वर्ष में 139 मिलियन टन कोयला उत्पादन और प्रेषण पर नज़र रख रही है। कंपनी ने 2023-24 में 136.15 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया था, 137.63 मिलियन टन कोयला डिस्पैच किया था। एनसीएल ने पूंजीगत व्यय के रूप में 4,727 करोड़ रुपए खर्च किए थे।