एनएचपीसी लिमिटेड, जो कि भारत की प्रमुख पनबिजली कंपनी और विद्युत मंत्रालय के तहत एक सार्वजनिक उपक्रम है, ने सिक्किम में जलपावर कारपोरेशन लिमिटेड (जेपीसीएल) की 120 मेगावाट की रंगित- IV पनबिजली परियोजना के अधिग्रहण के लिए अनुमोदित प्रस्ताव योजना (रिज़ॉल्यूशन प्लान) के कार्यान्वयन के लिए निर्णायक समझौते पर हस्ताक्षर किए। एनएचपीसी के निदेशक (तकनीक) वाई.के. चौबे, एनएचपीसी के निदेशक (वित्त) आर.पी. गोयल और एनएचपीसी एवं पीएफसी के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में इस समझौते पर एनएचपीसी, प्रस्तावपेशेवर और सुरक्षित वित्तीय लेनदारों (पीएफसी और पीएनबी) के बीच हस्ताक्षर किए गए।
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी), हैदराबाद खंडपीठ ने 24 दिसंबर, 2020 को पारित अपने आदेश के माध्यम से जलपावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (जेपीसीएल) के अधिग्रहण के लिए एनएचपीसी की प्रस्ताव योजना (रिज़ॉल्यूशन प्लान) को मंजूरी दी थी।एनएचपीसी ने अपनी प्रस्ताव योजना प्रस्तुत की थी और उसे क्रेडिटर्स की समिति (सीओसी) द्वारा 24 जनवरी, 2020 को सफल प्रस्ताव आवेदक घोषित किया गया था। सीओसी द्वारा अनुमोदित प्रस्ताव योजना को प्रस्ताव पेशेवर द्वारा माननीय एनसीएलटी हैदराबाद खंडपीठ के समक्ष 28 जनवरी, 2020 को दायर किया गया था। इस परियोजना की कुल लागत 943.20 करोड़ रूपये आंकी गई है। लेंको तीस्ता हाइड्रो पावर लिमिटेड (एलटीएचपीएल) के बाद जलपावर कॉरपोरेशन लिमिटेड दूसरी ऐसी कंपनी है जिसका एनएचपीसी द्वारा एनसीएलटी प्रक्रिया के माध्यम से अधिग्रहण किया गया है।