कोरबा, 25 अक्टूबर। पिट- हेड (Pit Head) विद्युत संयंत्रों को भी कोयले की कमी का सामना करना पड़ रहा है। छत्तीगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी और एनटीपीसी संयंत्रों को ईंधन की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
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केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक बिलासपुर जिले में स्थित एनटीपीसी, सीपत (NTPC Sipat) में महज तीन दिन का कोल स्टॉक है। एनटीपीसी, सीपत की क्षमता 2980 मेगावाट है। संयंत्र को प्रतिदिन 39,700 टन ईंधन की आवश्यकता होती है। संयंत्र में कम से कम 13 दिनों का कोल स्टॉक होना चाहिए। 500 मेगावाट क्षमता वाली यूनिट 5 हाईड्रोजन प्रेशर सस्मया के कारण उत्पादन से बाहर है।
2600 मेगावाट क्षमता वाले एनटीपीसी, कोरबा (NTPC Korba) में भी कोल स्टॉक कम है। यहां 8 दिनों का कोयला है। 200 मेगावाट क्षमता वाली एक नम्बर इकाई सालाना रखरखाव के लिए उत्पादन से बाहर है।
छत्तीगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के जांजगीर चांपा जिले में स्थित 1000 मेगावाट क्षमता वाले मड़वा संयंत्र (Madwa Plant) में लंबे समय से ईंधन की कमी बनी हुई है। यहां 5 दिनों का कोल स्टॉक है। 500 मेगावाट क्षमता वाली यूनिट क्रमांक एक ट्यूब लिकेज के कारण उत्पादन से बाहर है।
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यहां बताना होगा कि पिट- हेड संयंत्र होने के बावजूद तीनों संयंत्रों में ईंधन का पर्याप्त स्टॉक नहीं है। हालांकि पिट- हेड संयंत्र होने की वजह से कोयले की रोजाना आपूर्ति होती है, इससे उत्पादन प्रभावित नहीं होता है। स्टॉक कम होने से परिवहन में कोई बाधा उत्पन्न होती है तो उत्पादन में दिक्कत आ सकती है।