नई दिल्ली, 02 अक्टूबर। पुरानी पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme) बहाली को लेकर देशभर बड़ा आंदोलन खड़ा होगा। रविवार को नई दिल्ली से इसकी शुरुआत हुई। केन्द्र व राज्यों के 10 करोड़ सरकारी कर्मचारी ओपीएस की मांग कर रहे हैं। केन्द्र सरकार की चूलें हिलाने के लिए ये संख्या निर्णायक है।
रामलीला मैदान आयोजित महारैली में बड़ी संख्या में केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारी पहुंचे जिनके समर्थन में कई पार्टियों के नेता, किसान नेता समेत कई संगठन के कार्यकर्ता मौजूद थे। उनका कहना था कि सरकार अपनी जिद नहीं छोड़ती है तो इससे भी बड़ा आंदोलन पूरे देश में किया जाएगा। पेंशन शंखनाद महारैली का आयोजन नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (nmops) के बैनर तले किया गया।
एनएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने इस मौके पर कहा कि पुरानी पेंशन कर्मियों का अधिकार है, सरकार से खैरात नहीं मांग रहे है। सरकारी कर्मियों, पेंशनरों और उनके रिश्तेदारों को मिलाकर यह संख्या दस करोड़ के पार चली जाती है। चुनाव में बड़ा उलटफेर करने के लिए यह संख्या निर्णायक साबित होगी।
पंजाब, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश और झारखंड में पुरानी पेंशन बहाल की जा चुकी है। जब भारत आर्थिक रूप से मजबूत हो चुका है तो फिर पेंशन क्यों नहीं दे सकता। सरकार बातें नहीं मानती तो जल्द ही वोट फॉर ओपीएस अभियान चलाया जाएगान।