टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन एवं मशहूर उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) के निधन भारत की राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित केन्द्रीय मंत्री, राज्यों के मुख्यमंत्रियों, राजनीतिक दलों के नेताओ और उद्योगजगत के लोगों ने दुख व्यक्त करते हुए संदेश जारी किया है। इधर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भारत सरकार की ओर से रतन टाटा के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्वीट किया, “श्री रतन टाटा के दुखद निधन से भारत ने एक ऐसे आइकन को खो दिया है, जिन्होंने कॉर्पोरेट विकास को राष्ट्र निर्माण और उत्कृष्टता को नैतिकता के साथ जोड़ा। पद्म विभूषण और पद्म भूषण से सम्मानित, उन्होंने टाटा की महान विरासत को आगे बढ़ाया और इसे और अधिक प्रभावशाली वैश्विक उपस्थिति दी। उन्होंने अनुभवी पेशेवरों और युवा छात्रों को समान रूप से प्रेरित किया। परोपकार और दान के लिए उनका योगदान अमूल्य है। मैं उनके परिवार, टाटा समूह की पूरी टीम और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं।“
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “श्री रतन टाटा जी एक दूरदर्शी बिजनेस लीडर, एक दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे। उन्होंने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों में से एक को स्थिर नेतृत्व प्रदान किया। साथ ही, उनका योगदान बोर्डरूम से कहीं आगे तक गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोएल टाटा से बात की और संवेदना व्यक्त की।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, “दिग्गज उद्योगपति और सच्चे राष्ट्रवादी, श्री रतन टाटा जी के निधन से बहुत दुःख हुआ। उन्होंने निस्वार्थ भाव से अपना जीवन हमारे राष्ट्र के विकास के लिए समर्पित कर दिया। जब भी मैं उनसे मिला, भारत और उसके लोगों की बेहतरी के लिए उनके उत्साह और प्रतिबद्धता ने मुझे चकित कर दिया। हमारे देश और उसके लोगों के कल्याण के लिए उनकी प्रतिबद्धता ने लाखों सपनों को जन्म दिया। समय रतन टाटा जी को उनके प्यारे देश से दूर नहीं कर सकता। वह हमारे दिलों में जीवित रहेंगे। टाटा समूह और उनके अनगिनत प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएँ। ओम शांति शांति शांति“
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “रतन टाटा के निधन से दुःख हुआ। वह भारतीय उद्योग जगत के महान नायक थे जिन्हें हमारी अर्थव्यवस्था, व्यापार और उद्योग में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए जाना जाता है। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। उसकी आत्मा को शांति मिलें।”
गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने ट्वीट किया, “रतन टाटा के साथ गूगल में मेरी आखिरी मुलाकात में हमने वेमो की प्रगति के बारे में बात की और उनका विजन सुनना प्रेरणादायक था। वे एक असाधारण व्यवसाय और परोपकारी विरासत छोड़ गए हैं और भारत में आधुनिक व्यावसायिक नेतृत्व को मार्गदर्शन और विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्हें भारत को बेहतर बनाने की गहरी चिंता थी। उनके प्रियजनों के प्रति गहरी संवेदना और श्री रतन टाटा जी को शांति मिले।“
हर्ष गोयनका ने रतन टाटा के निधन पर शोक जताते हुए एक्स में लिखा, रतन टाटा ईमानदारी, नैतिक नेतृत्व और परोपकार की मिसाल थे। उन्होंने बिजनेस और उससे अलग भी दुनिया पर एक अमिट छाप छोड़ी है। वह हमारी स्मृतियों में सदैव ऊंचे रहेंगे।
गौतम अदाणी ने एक्स पर लिखा, “भारत ने एक महान, दूरदर्शी व्यक्ति को खो दिया है जिसने आधुनिक भारत की राह को फिर से परिभाषित किया। रतन टाटा सिर्फ एक बिजनेस लीडर नहीं थे, उन्होंने अखंडता, करुणा और व्यापक भलाई के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के साथ देश की भावना को मूर्त रूप दिया। उनके जैसे महापुरुषों की चमक कभी फीकी नहीं पड़ती।”
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “रतन टाटा एक दूरदर्शी व्यक्ति थे। उन्होंने व्यापार और परोपकार दोनों पर अमिट छाप छोड़ी है। उनके परिवार और टाटा समुदाय के प्रति मेरी संवेदनाएं।“
महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने ट्वीट किया, “मैं रतन टाटा की अनुपस्थिति को स्वीकार नहीं कर पा रहा हूं। भारत की अर्थव्यवस्था ऐतिहासिक छलांग लगाने के कगार पर है और रतन के जीवन और कार्य का हमारे इस स्थिति में होने में बहुत बड़ा योगदान है। इसलिए, इस समय उनका मार्गदर्शन और अमूल्य होता। उनके जाने के बाद, हम बस यही कर सकते हैं कि उनके उदाहरण का अनुकरण करने के लिए प्रतिबद्ध हों। क्योंकि वह एक ऐसे व्यवसायी थे जिनके लिए वित्तीय संपत्ति और सफलता सबसे उपयोगी तब थी जब इसे वैश्विक समुदाय की सेवा में लगाया जाता था। अलविदा और भगवान की कृपा हो। आपको भुलाया नहीं जाएगा। क्योंकि किंवदंतियां कभी नहीं मरतीं… ओम शांति“
उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “एक अनमोल रत्न नहीं रहे हैं। भारत के कोहिनूर नहीं रहे, वो हमसे बिछड़ गए। रतन टाटा हमारे बीच नहीं रहे ये हमारे दुखद है। वो महाराष्ट्र और भारत देश के अभिमान थे…उनको देख कर लोगों में ऊर्जा और प्रेरणा आती थी। उन्हें कई पुरस्कार मिले, उन्हें पुरस्कार देने से पुरस्कार का मान बढ़ गया… उन्होंने लाखों करोड़ों लोगों को अपने पैरों पर खड़ा करने का काम किया। मैं महाराष्ट्र सरकार और जनता की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं।“
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने ट्वीट किया, “श्री रतन टाटा जी के निधन के बारे में सुनकर मुझे गहरा दुख हुआ है। उन्होंने नैतिक नेतृत्व का उदाहरण पेश किया, हमेशा देश और लोगों के कल्याण को सबसे ऊपर रखा। उनकी दयालुता, विनम्रता और बदलाव लाने के जुनून को हमेशा याद रखा जाएगा। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।“
एनसीपी-एससीपी प्रमुख शरद पवार ने ट्वीट किया, “दुनिया भर में अपनी शानदार उपलब्धियों से देश का नाम ऊंचा करने वाले, टाटा समूह के चेयरमैन, उद्योगपति रतन टाटा ने दुनिया को अलविदा कह दिया। देश पर आने वाले हर प्राकृतिक या मानवीय संकट से उबरने के लिए हमेशा मदद का हाथ बढ़ाने वाले रतन टाटा के स्वभाव को हमेशा याद किया जाएगा। सामाजिक चेतना के माध्यम से अपनी सफलता का मार्ग प्रशस्त करने वाले व्यक्तित्व रतन टाटा को भावभीनी श्रद्धांजलि।“
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, “टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा के निधन से दुखी हूं। टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन भारतीय उद्योगों के अग्रणी नेता और जनहितैषी परोपकारी व्यक्ति थे। उनका निधन भारतीय व्यापार जगत और समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति होगी। उनके सभी परिवार के सदस्यों और सहयोगियों के प्रति मेरी संवेदनाएं।“
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, सुप्रसिद्ध उद्योगपति, पद्म भूषण व पद्म विभूषण से सम्मानित श्री रतन टाटा जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। उन्होंने भारतीय उद्योग जगत को सर्वोच्च स्थान पर स्थापित किया। शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता, मानव कल्याण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में उनके योगदान को भारतवासी सदैव याद रखेंगे। उनका सादगी पूर्ण जीवन, नैतिक नेतृत्व और परोपकार की भावना एक मिसाल थी। वह सदैव हमारी यादों में जीवित रहेंगे। उनका निधन भारत और उद्योग जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। देश और समाज में बेहतर बदलाव के लिए उनके द्वारा किए गए अभूतपूर्व कार्य हम सबके लिए प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजनों, उनके शुभचिंतकों को संबल प्रदान करने की विनम्र प्रार्थना करता हूं।